नई दिल्लीः रामचरितमानस पर जारी विवाद को लेकर साध्वी प्राची ने कहा कि कुछ लोग हमारे देश को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं. उनके पास कोई काम नहीं है. उन्होंने कहा कि मुझे तब अफसोस हुआ, जब इस महान ग्रंथ को जलाया गया. हमारे प्रभु राम ने तो आदिवासियों को, जनजातियों को, शबरी तक को गले लगाया. इतना ही नहीं पक्षी तक को उन्होंने गोद में लिया, गोद में बैठाया. मेरे प्रभु इतने दयालु थे. यह महाकाव्य तो जीवन जीने की कला सिखाता है. किसी की औकात नहीं कि वो कुरान या बाइबल पर एक शब्द बोल सके. केवल और केवल हिंदू धर्म को टारगेट किया जा रहा है.
बता दें, श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति जन जागरण अभियान सम्मेलन का आयोजन दिल्ली के कालकाजी के गोविंदपुरी में किया गया. इसका आयोजन उतर प्रदेश के मथुरा स्थित श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट के तत्वावधान में किया गया. इसमें कई हिंदूवादी नेताओं सहित साध्वी प्राची भी शामिल हुईं. साध्वी प्राची ने अपने संबोधन में लोगों से मथुरा में जन्मभूमि मुक्ति के लिए लोगों से सहयोग देने का आह्वान किया. वहीं अन्य वक्ताओं ने कहा कि जन्म भूमि को ईदगाह से मुक्त कराने को लेकर हम लड़ रहे हैं.
साध्वी प्राची ने कहा कि बचपन में मेरा सपना था कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बने, जो अब साकार हो रहा है और अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनाया जा रहा है. वहीं अब मथुरा में भगवान श्री कृष्ण का जन्म भूमि मुक्त हो, इसको लेकर मुहिम चलाया जा रहा है. इस मुहिम को समर्थन समस्त हिंदू समाज को देना चाहिए और इसी के लिए हम लोग दिल्ली के कालकाजी आए हैं. उन्होंने लोगों को आह्वान करते हुए कहा कि लोग इस मुहिम को समर्थन दें ताकि जो हमारे सनातन धर्म स्थलों के पास कलंक है, उसको मुक्त कराई जा सके और इसके लिए हम लोग कानून के दायरे में रहकर मुहिम चला रहे हैं.
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बता दें, श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट के द्वारा जल्द से जल्द भगवान श्रीकृष्ण के मूल जन्मस्थान पर भगवान श्री राम की तरह भव्य मंदिर बनाने की मांग को लेकर जनजागरण रथ प्रारंभ किया गया, जो 91 दिनों तक मथुरा के दस ब्लॉक में जायेगा और 14 अप्रैल 2023 को मथुरा भगवान श्रीकृष्ण जी के मूल जन्म स्थान पहुंचेगा. इस कार्यक्रम में कृष्णजन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट के केन्द्रीय अध्यक्ष सिद्वपीठ माता शाकुम्भरी, पीठाधीश्वर भृगुवंशी आशुतोष पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए.