नई दिल्ली: एक तरफ मानसून के साथ जलभराव की समस्या और वहीं दूसरी तरफ दिल्ली के टिकरी गांव के लोग सड़कों के खस्ताहाल से परेशान हैं. सड़क की हालत इतनी खराब है कि एक बार किसी व्यक्ति का पैर इस कीचड़ में धंस जाए तो उसे निकालने के लिए राह चलते लोगों की सहायता लेनी पड़ेगी.
मुश्किल हो जाता वाहनों का निकलना
टिकरी गांव की इस सड़क पर 5 किलोमीटर तक यही हाल है. इसके कारण फंसने के बाद इंसान की हिम्मत तो दूर गाड़ियों के इंजन भी जवाब दे जाते हैं. क्योंकि जब एक बार टायर इस कीचड़ में फंसता है तो फिर किसी वाहन चालक के लिए गाड़ी कीचड़ से निकाल पाना किसी जंग से कम नहीं होता.
आए दिन कीचड़ में गिरते राहगीर
वहीं जलभराव की स्थिति इतनी गंभीर है कि कोई छोटा बच्चा अगर इसमें गिर जाए तो वह आसानी से किसी की नजर में ना आए. स्थानीय दुकानदारों के अनुसार, सड़क की हालत पिछले 1 साल से ऐसी ही है, जिसके कारण आए दिन कोई न कोई व्यक्ति कीचड़ में गिर जाता है तो वही दुपहिया वाहन चालक भी इसका स्वाद चखने से नहीं चूकते.
एक साल से प्रशासन नहीं ले रहा सुध
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस बारे में कई बार संबंधित विभाग को शिकायत की गई है. लेकिन वह यही जवाब देते हैं कि सरकार की तरफ से सड़क की मरम्मत के लिए सहायता राशि प्रदान नहीं की जा रही है, जिसकी वजह से 1 साल से इस इलाके के लोगों के साथ-साथ यहां से गुजरने वाले राहगीर और वाहन चालक भारी परेशानी का सामना कर रहे हैं.