नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा में वायु प्रदूषण तेजी बढ़ रहा है. यहां प्रदूषण को देखते हुए ग्रेप 4 नियमों को लागू कर दिया गया है. ग्रेप-4 की पाबंदियों के अनुसार, किसी भी निर्माणाधीन साइट पर निर्माण कार्य पूर्ण रूप से रोक लगा दी गई है. साथ ही सड़कों पर धूल उड़ने वाले व अन्य ऐसे कार्य जिनसे प्रदूषण को बढ़ावा मिलता है उन पर भी रोक लगाई गई है. हालांकि, इसके बाद भी ग्रेटर नोएडा वेस्ट में कई साइटों पर खुलेआम बिल्डर के द्वारा निर्माण कार्य किया जा रहा है.
दरअसल, नोएडा में लगातार वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने से एक्यूआई का स्तर 400 के करीब पहुंच गया है. इसकी वजह से मंगलवार को जिलाधिकारी ने पहली से 9वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है. वायु प्रदूषण बढ़ने से बच्चे, बुजुर्ग व अन्य लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रेटर नोएडा वेस्ट में खुलेआम बिल्डरों के द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. रोक के बाद भी निर्माण कार्य लगातार जारी है.
यथार्थ अस्पताल के पास दो निर्माणाधीन बिल्डर की सीटों पर खुलेआम निर्माण कार्य चल रहा है. यहां पर शिकायत के बाद प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी डीके गुप्ता मौके पर पहुंचे. मौके पर उन्होंने निर्माण कार्य कर रही साइट का मुआयना किया और फिर ठेकेदार को जमकर फटकार लगाई, लेकिन बाद में अधिकारी बिना कार्रवाई के ही वहां से लौट आए. पॉल्यूशन विभाग के अधिकारी का कहना है कि मौके पर निर्माण कार्य होता हुआ नहीं पाया गया. जबकि कुछ वीडियो में निर्माण कार्य होता हुआ साफ दिखाई दे रहा है. इसके बाद अधिकारी ने जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है.