नई दिल्ली/ ग्रेटर नोएडा: सब्जी विक्रेता की मौत के बाद पुलिस ने दर्ज किए गए मामले में 302 आईपीसी की धारा को जोड़ दिया है. पुलिस ने हत्यारों की पहचान के लिए 3 टीमें गठित की है. इससे पहले पुलिस ने सब्जी विक्रेता ने गोली लगने के बाद मौत होने का मामला दर्ज किया था. सब्जी विक्रेता की मौत जिम्स हॉस्पिटल में इलाज के दौरान हुई थी. पुलिस ने कहा है कि पूरी टीम इसपर काम कर रही है और जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा.
क्या था मामला
मूल रूप से बंदायू का रहने वाले कोमिल परिवार के साथ डाडा गांव में रहता था. शनिवार की रात जब वह सब्जी बेच कर घर लौट रहे था तभी अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने उनके पेट में गोली मार दी. गोली लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया. सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रेटर नोएडा के जिम्स हॉस्पिटल में सब्जी विक्रेता को भर्ती कराया. घायल कोमिल से मिलने अस्पताल में उसके परिजन व उसके साथ साप्ताहिक बाजार में सब्जी लगाने वाले अन्य लोग भी पहुंचे. वहां आए लोगों ने बताया कि कोमिल का साप्ताहिक बाजार में लाइट लगाने वाले ठेकेदार से झगड़ा हो गया था. साप्ताहिक बाजार से लौटते समय कोमिल को गोली मार दी गई. इलाज के दौरान रविवार की देर शाम कोमिल की मौत हो गई.
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पुलिस कर रही है जांच
ग्रेटर नोएडा के डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि कासना थाना क्षेत्र में अज्ञात बदमाशों के द्वारा सब्जी विक्रेता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसे तत्काल इलाज के लिए ग्रेटर नोएडा की जिम्स हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. रविवार की देर शाम इलाज के दौरान सब्जी विक्रेता की मौत हो गई जिसके बाद पुलिस ने दर्ज मामले में आईपीसी की धारा 302 को जोड़ दिया है. आरोपियों की तलाश के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, मैनुअल इंटेलिजेंस व परिजनों से जानकारी ली जा रही है. पुलिस ने मामले की जांच और हत्यारों की पहचान के लिए न टीमें गठित की है और जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा.
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