नई दिल्ली: जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पोस्ट ग्रेजुएशन कर रही छात्रा इशिता ने एक अनोखा स्टार्टअप शुरू किया है. जिसके जरिए गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधित सभी जानकारियां मुहैया करवाती है. इसके अलावा जो दंपति संतान चाहते हैं उनके सभी सवालों के जवाब भी इस स्टार्टअप द्वारा दिया जाता है. बता दें कि इशिता के स्टार्टअप से प्रभावित होकर आईआईएम बेंगलुरु ने इस कार्यक्रम को अपने परामर्श सत्र के लिए अपनाया है.
आसपास के लोगों की वजह से आया आइडिया
वहीं इस अनोखे स्टार्टअप को लेकर इशिता का कहना है कि उन्हें इस स्टार्टअप को शुरू करने की जरूरत तब महसूस हुई जब उन्होंने देखा कि आस पास रह रहे लोगों में बड़ी संख्या ऐसे लोग की है, जिनमें मातृत्व सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कोई जागरूकता ही नहीं है. उन्हें पता ही नहीं कि जब एक स्त्री गर्भवती होती है तो किन अहम बातों का ध्यान रखना होता है या किस तरह की जीवनशैली अपनानी चाहिए. साथ ही बच्चे को जन्म देने के बाद जच्चा बच्चा की देखभाल कैसे की जाए? इसका भी लोगों को ज्ञान नहीं होता. वहीं कुछ दंपति ऐसे भी मिले जो संतान सुख के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं लेकिन असफल हो रहे हैं. इन सभी की स्थिति को देखकर ही इशिता को यह स्टार्टअप शुरू करने की प्रेरणा मिली.
कार्यक्रम के होंगे 5 चरण
बता दें कि बच्चों का इलाज करने वाले अनुभवी डॉक्टरों की टीम को भी इस कार्यक्रम से जोड़ने की बात सामने आ रही है, जो माताओं को भावनात्मक सहयोग के साथ शिशु का पालन पोषण करने की कला सिखाएंगे. वहीं इस स्टार्टअप कार्यक्रम में पांच चरण होंगे. इन सभी चरणों मे सभी स्वास्थ्य मापदंडों को ध्यान में रखा गया है. इनमें नवजात शिशु की देखभाल, स्वास्थ्य जांच, एचआईवी, एनीमिया, एसटीआई, आहार, टीकाकरण शामिल है. वहीं इशिता की माने तो यह स्टार्टअप अकेला ऐसा कार्यक्रम है जिसमें नवजात शिशु की देखभाल और स्वास्थ्य संबंधी सभी आयामों को शामिल किया गया है.