नई दिल्लीः दिल्ली का लाजपत नगर सेंट्रल मार्केट (Lajpat Nagar Central Market) दिल्ली का ही नहीं बल्कि भारत के प्रसिद्ध बाजारों में से एक है. यह बाजार खाने-पीने के साथ ही कपड़े की खरीदारी और शादी-ब्याह के सामान की खरीदारी के लिए प्रसिद्ध है. यह बाजार युवाओं के साथ ही हर वर्ग के लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता है और यहां सालों भर ग्राहकों की भीड़ रहती है, लेकिन त्योहारों के सीजन में यहां भीड़ काफी बढ़ जाती है.
लाजपत नगर सेंट्रल मार्केट से जुड़े मार्केट एसोसिएशन के महासचिव कुलदीप कुमार ने बताया कि लाजपत नगर मार्केट विभाजन के बाद करीब 1950 में पाकिस्तान से भारत आए लोगों की आजीविका के लिए लाला लाजपत राय जी के नाम पर बसाई गई थी. उसके बाद यहां पर बसे दुकानदारों ने मेहनत की, जिसके बाद यह मार्केट दिल्ली ही नहीं बल्कि भारत का प्रसिद्ध बाजार है. यहां पर करीब 1000 दुकानें हैं और यहां पर हर तरीके का समान मिलता है. इस तरीके से शादी ब्याह सहित अन्य चीजों में इस्तेमाल होने वाले हर चीज यहां पर मिल जाता है. चाहे वह खाने-पीने की चीजें हो, कपड़े हो, गहने हो आदि तमाम चीजें यहां पर उपलब्ध है और यह ग्राहकों के लिए पसंदीदा जगह है.
यहां के व्यापारी योगेंद्र डावर ने बताया कि इस मार्केट में बिजली की तारों की समस्या है. तार नंगे हैं, जिसकी वजह से हादसे हुए हैं. इसके अलावा शौचालय की भी मार्केट में दिक्कत है. इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए. वहीं आपको बता दें यह बाजार प्रसिद्ध होने के साथ ही सुरक्षा के नजरिए से सेंसेटिव भी माना जाता है और यह आतंकवादियों के निशाने पर भी रहा है. इसको लेकर यहां पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाते हैं. यहां पर 1996 में बड़ा बम ब्लास्ट हुआ था, जिसमें कई लोगों की जानें गई थी और कई घायल हुए थे. इसमें कई दुकानों में आग लगी थी और काफी संपत्तियों का नुकसान भी हुआ था.
ये भी पढ़ेंः कमला नगर यानी यूथ हैंग आउट मार्केट, लोकेशन है इसकी शान
लाजपत नगर मार्केट को बसे हुए 70 साल से अधिक हो गए हैं और इस बाजार में प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग दूर-दराज इलाकों से आते हैं. यहां पर व्यापार खूब बढ़ा है, लेकिन इस बाजार का उतना विकास नहीं हो पाया है जितना कि होना चाहिए. यहां पर पार्किंग की बड़ी समस्या है. जाम लगा रहता है. इसके अलावा यहां आसपास शौचालय की भी दिक्कत है. इसलिए बाजार आने वाले खासकर महिलाओं को काफी दिक्कतें होती हैं. इसके अलावा यहां पर लाईट पर्याप्त नहीं है और जो लाइट है, उसके लिए नंगी तारें हैं, जो हादसे को दावत देते हैं. वहीं दिल्ली सरकार के द्वारा इस बाजार को विश्वस्तरीय बाजार बनाने की घोषणा की गई है, जिसके बाद इस बाजार के विकास को लेकर उम्मीदें बढ़ी है. हालांकि अभी तक विश्व स्तरीय बाजार बनाने के दिशा में कार्य लाजपत नगर में शुरू नहीं हो पाया है.