नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेनो वेस्ट में रविवार को अलग-अलग जगहों पर मेट्रो की मांग सहित अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया. इसमें सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और पुरुष शामिल हुए. इस दौरान प्रदर्शनकारी लोगों ने कहा कि करीब एक दशक से यहां के निवासी प्रस्तावित मेट्रो की मांग कर रहे हैं, लेकिन अब सब्र का बांध टूट गया है. हाल में पीएमओ की तरफ से इस रूट को निरस्त कर दिया गया है.
दरअसल, ग्रेनो वेस्ट ग्रेटर नोएडा का विकसित होता आबादी वाला क्षेत्र है. यहां लाखों की संख्या में लोग फ्लैट और सोसाइटी में रह रहे हैं, लेकिन यहां पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कोई भी उचित व्यवस्था नहीं है. यहां के लोगों को अभी भी ट्रांसपोर्ट के लिए निजी वाहनों पर ही निर्भर रहना पड़ता है. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा यहां पर मेट्रो लाइन को प्रस्तावित किया गया था, लेकिन अब पीएमओ द्वारा उस प्रस्तावित रूट को भी निरस्त कर दिया गया है. जिससे यहां रहने वाले लाखों लोग निराश हैं. उनका कहना है कि एक दशक से ज्यादा का समय होने के बाद भी निवासियों को ट्रांसपोर्ट के नाम पर कोई सुविधा नहीं है.
नेफोमा के अध्यक्ष अन्नू खान के नेतृत्व में निवासियों ने हाथों में तिरंगा लेकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. लोगों का कहना है कि चुनाव के समय ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों को तमाम तरह के प्रलोभन दिए जाते हैं. यहां पर मेट्रो को लाने का वादा किया गया था, लेकिन अभी तक लोगों को ट्रांसपोर्ट के नाम पर मेट्रो की सुविधा नहीं मिली है.
वहीं, दूसरी तरफ नेफोवा की तरफ से दिनकर पांडेय के नेतृत्व में प्लॉट रजिस्ट्री की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया. लोगों ने कहा कि सालों बीत जाने के बाद भी उनके सपनों के आशियाने नहीं मिले हैं. पैसा जमा करने के बाद भी बिल्डर द्वारा फ्लैट व प्लॉट नहीं दिया जा रहा है. वहीं, जिनको फ्लैट मिल गया है उन फ्लैटों की रजिस्ट्री नहीं की जा रही है. जिस कारण फ्लैट मालिक को मालिकाना हक नहीं मिल पा रहा है. यह लोग कई महीनों से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन इन लोगों की समस्याओं को सुनने को कोई तैयार नहीं है.