नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसके बाद दिल्ली के कई इलाकों में पानी बढ़ा है. इसी कड़ी में मदनपुर खादर इलाके के यमुना बेल्ट में होने वाली खेती के ऊपर भी पानी आया है. खेतों में करीब 8-9 फीट तक पानी भरा है, जिसके कारण खेतों में लगी करोड़ों की फसल खराब हो गई है.
दिल्ली के मदनपुर खादर इलाके में यमुना बेल्ट में करीब 4 से 5 किलोमीटर क्षेत्र में खेती की जाती है. यहां पर देश के अलग-अलग इलाकों से आए हुए लोग ठेके पर जमीन लेकर खेती करते हैं. यमुना में पानी आने से पहले इस वर्ष भी सैकड़ों एकड़ जमीन पर लोगों ने खेती की थी. उसमें सीजनल सब्जी उगाई गई, लेकिन अचानक आई पानी के बाद पूरी फसल डूब गई है.
किसानों ने बताया कि हमने यहां पर हमने बैगन, भिंडी, साग,पालक सहित अन्य सब्जियां लाई थी, लेकिन सब फसल खराब हो गई. किसानों का लाखों का नुकसान हुआ है. स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां पर यमुना खादर इलाके में करीब 4-5 किलोमीटर क्षेत्र में सब्जियों की खेती किसान करते हैं. अचानक आई पानी के कारण सभी की फसलें पानी में डूब गई हैं. वहीं यहां रहने के लिए किसान झोपड़ी बनाए हुए थे वो भी डूब गए हैं. वहीं किसानों को सरकारी तौर पर मदद नहीं मिली है. किसानों ने अपने से ही अपना जरूरी सामान लेकर ऊंचे स्थान पर आश्रय लिए हैं.
इसे भी पढ़ें: ग्रेटर नोएडाः यमुना के बढ़े जलस्तर से कई गांव में बनी बाढ़ की स्थिति, अधिकारी ले रहे स्थिति का जायजा
बता दें, दिल्ली वालों के लिए राहत की खबर सामने आई है. यमुना का जलस्तर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने के बाद अब घटने लगा है. हालांकि इसमें अभी मामूली गिरावट दर्ज की गई है. इस तरह अभी भी खतरा टला नहीं है. हथिनी बैराज से पानी कम छोड़ा गया है, जिसका असर दिल्ली में यमुना के स्तर पर पड़ता दिख रहा है. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पहाड़ी इलाकों में बारिश हुई तो जलस्तर बढ़ता दिखेगा.
इसे भी पढ़ें: Delhi Flood: पानी निकालने की तैयारी में जुटी सरकार, ITO ब्रिज के 5 गेट्स को खोलने की उम्मीद