नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में गुरुवार शाम को करणी सेना की तरफ से सुहेलदेव बैस की जयंती मनाई गई. इस कार्यक्रम में करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीते कुछ दिनों से राजपूत समाज के महापुरुषों को अलग-अलग जातियों का बताने की होड़ मची है. लेकिन हम इसको बर्दाश्त नहीं करेंगे.
महिपाल सिंह मकराना ने बताया कि हमने आज सुहेलदेव बैस जी की जयंती दिल्ली में मनाई है. दिल्ली चूंकि देश की राजधानी है तो यहां हम संदेश देना चाहते हैं कि बीते कुछ वर्षों से क्षत्रिय समाज के साथ साजिश हो रही है. क्षत्रिय समाज के महापुरुषों को हमसे छीना जा रहा है और उनकी जातियों को बदला जा रहा है. इसको हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि पृथ्वीराज चौहान को हम क्षत्रिय नहीं बताना चाहते हैं बल्कि उनको हम हिंदू हृदय सम्राट कहना चाहते हैं. लेकिन लोग उनको अपनी जाति का बताएंगे तो हमको कहना पड़ेगा कि वह क्षत्रिय थे.
इस कार्यक्रम में करणी सेना के कई नेता शामिल हुए और सभा को संबोधित किया. उन्होंने सुहेलदेव बैस जी के कार्यों को याद किया. इस दौरान वक्ताओं ने क्षत्रिय समाज के महापुरुषों के कार्यों के बारे में बताया और उनकी कुर्बानियों को याद किया. इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि हमारे यहां जौहर की प्रथा हमारी माताओं और बहनों ने अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपनाया.
राजपूत करणी सेना के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष प्रशांत सिंह द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में सुहेलदेव बैस की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित की गई और उनको श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया. इस कार्यक्रम के दौरान बिहार के छपरा में हुए दो युवकों की हत्या को लेकर 2 मिनट का मौन रखा गया और मृतकों के लिए प्रार्थना की गई. कार्यक्रम में दिल्ली-एनसीआर से आए छत्रिय समाज के लोग शामिल हुए.