नई दिल्ली: अंबेडकर नगर स्थित दक्षिणपुरी इलाके में आपसी रंजिश में बीती रात युवक को गोली मारकर हत्या की गई थी. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुये दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दक्षिणपुरी निवासी सोनू और मोना के रुप में हुआ है. हत्या में इस्तेमाल हथियार भी पुलिस ने बरामद कर लिया है.
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बता दें कि मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला था कि मृतक युवक गौरव घटना से पहले शाम के अपने दोस्त अंकित के घर गया हुआ था. वहां से लौटते वक्त उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अंबेडकर नगर पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 302/34 आईपीसी और 25/27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया और आरोपियों की पहचान कर छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया.
आरोपियों की पहचान दक्षिणपुरी निवासी सोनू और मोना के रुप में हुआ है. सोनू पहले भी हत्या के प्रयास और मारपीट समेत 4 अन्य मामलों में शामिल रहा है. मोना के पास से हत्या में इस्तेमाल हथियार भी बरामद कर लिया गया. पूछताछ में पता चला कि हत्या की मुख्य वजह आपसी रंजिश थी. गौरव के दोस्त अंकित से मुख्य आरोपी सोनू की लड़ाई चल रही थी, जिसका बदला गौरव की हत्या कर लिया गया. वारदात के वक्त भी बदमाशों का अंकित और गौरव से झगड़ा हुआ था. तभी बदमाशों ने गौरव को गोली मार हत्या कर दी.
पुलिसकर्मियों ने युवक को बंधक बनाकर पीटा
राजधानी दिल्ली की पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में घिरती हुई नजर आ रही है. नरेला में रहने वाले अजय ने दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है उसके साथ दिल्ली पुलिस द्वारा बिना किसी वजह के जमकर मारपीट की गयी. अजय ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाया है कि जब वो आपने दोस्त अमित के साथ बाहरी दिल्ली स्थित OYO रूम में थे तो OYO रूम में अचानक कुछ पुलिस वाले रूम में आ गए और बिना अपराध बताये उनकी पिटाई की. पीड़ित अजय ने दिल्ली पुलिस से सवाल करते हुए ये भी कहा कि उसका आखिर कसूर क्या है. अजय की मांग है की इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई की जाय.
अजय और अमित एक व्यापारी के पास नौकरी करते थे. अमित ने अजय को पैसों का बैग घर रखने के लिए दिया. शाम को अमित ने अजय को पार्टी के लिए दिल्ली के एक होटल में ले गया, जहां वो दोनों शराब पीने लगे. तभी नरेला थाना पुलिस होटल पहुच गयी और अजय को पिटने लगी. अजय ने बताया की पुलिस वालों ने उसे नरेला थाने के पास पेड़ से बांध कर जानवरो की तरह पीटा.
अजय ने बताया कि वो पूछता रहा कि आख़िर मेरा क़ुसूर क्या है लेकिन नरेला पुलिस ने एक ना सुनी और उसे जनवारों की तरह मारा गया. अजय ने ये भी बताया कि उसपर अमित के पैसे छीनने का आरोप लगाया गया है. अजय ने पुलिस पर ये भी आरोप लगाया कि केवल उसे ही पुलिस द्वारा पीटा गया जबकि अमित के साथ पुलिस द्वारा मारपीट नहीं की गयी.
मामले पर पुलिस के आला अधिकारियों ने नरेला थाने के CCTV फ़ुटेज को अपने क़ब्ज़े में लेकर जांच शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारियों की माने तो अगर पुलिसकर्मी दोषी पाए जाएंगे तो बक्शा नहीं जाएगा.