नई दिल्ली: राजधानी का सबसे बड़े अस्पताल एम्स के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर चेतन साहनी की बाइक और घर का सारा सामान लेकर एक ट्रांसपोर्ट ड्राइवर गायब हो गया था. बता दें कि डॉक्टर ने गुरुग्राम स्थित मूवर्स और पैकर्स कंपनी के द्वारा घर का सामना और अपनी बाइक को बनारस ले जाने के लिए बुक किया था.
जब डॉक्टर ने आरोपी को कॉल किया तो उसे वह धमकी देने लगा औऱ बदले में 40 हजार रुपये की मांग करने लगा. जिसके बाद पीड़ित डॉक्टर ने मामले की शिकायत हौजखास थाने में की. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनके कब्जे से समान बरामद कर लिया गया है.
पैसे लेने के बाद भी नहीं भेजा समान
साउथ दिल्ली के डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि एम्स के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर चेतन साहनी जिनका कुछ दिन पहले ही यूपी के इंस्टीटूट ऑफ मेडिकल साइंसेज बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर के तौर पर नियुक्ति हुई. जिसके बाद उन्होंने 30 दिसंबर को दिल्ली से बनारस घर के सारे समान और अपनी बाइक को भेजने के लिये ऑनलाइन मूवर्स एंड पैकर्स को सर्च किया.
सर्च के दौरान गुरुग्राम स्थित एक "एक्सप्रेस इंडिया पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी" को हायर किया, जिसने दिल्ली से बनारस तक घर का सारा सामान और बाइक पहुंचाने का चार्ज 15 हजार बताया. सब कुछ तय होने के बाद 1 दिसंबर को आरोपी अपने लोगो के साथ आकर को एम्स होस्टल के हॉस्टल से डॉ. चेतन के घर का सारा सामान पैक कर गाड़ी में लोड कर किराया का 80% यानि 12 हजार रुपये लेकर चला गया.
फर्जी निकली कंपनी
DCP अतुल कुमार ठाकुर ने बताया कि वारदात की जानकारी मिलते ही हौजखास थाना पुलिस अधिकारी द्वारा एक टीम बनाई गई, जिसने जब गुरुग्राम स्थित "एक्सप्रेस इंडिया पैकर्स एंड मूवर्स कंपनी" ऑफिस के पते पर रेड मारी तो पता चला वो फर्जी है. जिसके बाद टीम तकनीकी निगरानी और अन्य स्रोतों की मदद से 23 दिसंबर को आखिरकार दोनो आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी की पहचान 20 वर्षीय दीपक और 22 वर्षीय सचिन के रूप में हुआ और ये दोनों हरियाणा के चरखी दादरी और झज्झर के रहने वाले हैं. इनकी गिरफ्तारी के बाद ट्रक के साथ डॉ. द्वारा लोड कराए घर के समान के साथ बाइक भी बरामद हो गई.