नई दिल्लीः पुरानी दिल्ली के सदर बाजार स्थित मिठाई पुल पर दिल्ली नगर निगम द्वारा कई दुकानों को सील कर दिया गया था, जिसको लेकर व्यापारी लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को व्यापारियों ने सीलिंग को लेकर काला दिवस मनाया. काले कपड़े पहन कर बाइक रैली निकाली. वहीं, सीलिंग को लेकर व्यापारी काफी आक्रोश में है और सीलिंग के मुद्दे को लेकर भाजपा और आप पर जमकर निशाना साधा. इसके साथ ही व्यपारियों ने सीलिंग के मुद्दे को लेकर व्यापारियों की महापंचायत करने का ऐलान भी किया और संसद का घेराव करने की धमकी भी दी है.
सीलिंग के विरोध में फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के चेयरमैन परमजीत सिंह पम्मा, अध्यक्ष राकेश यादव, कार्यवाहक अध्यक्ष चौधरी योगेंद्र सिंह की अध्यक्षता में सैकड़ों व्यापारियों ने मिठाई पुल पर काले कपड़े पहनकर काला दिवस के रूप में बाइक रैली निकाली. इस अवसर पर परमजीत सिंह पम्मा और राकेश यादव ने कहा दिल्ली नगर निगम भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है. आए दिन व्यापारियों को नोटिस देकर या सीलिंग कर पैसे वसूलने का एक जरिया बना लिया है, जबकि नगर निगम द्वारा ही व्यापारियों से कमर्शियल हाउस टैक्स और ट्रेड लाइसेंस शुल्क वसूलते हैं. यहां तक की दुकानों की रजिस्ट्री भी कमर्शियल में होती है फिर क्यों को सील किया जाता है, यह सबसे बड़ा जांच का विषय है.
उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है कि व्यापारी कई दिन से भटक रहे हैं. कोई भी सुध लेने वाला नहीं है. ऐसा लगता है कि व्यापारियों को सिर्फ चुनाव से पहले ही वायदे किए जाते हैं. चुनाव के बाद सारे वायदे भुला दिए जाते हैं. प्रदर्शनकारी मिठाई पुल पर धरने वाली जगह पर एकत्रित हुए, जिसमें मुख्य रूप से फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजीव छाबड़ा, उपाध्यक्ष दीपक मित्तल, महासचिव सतपाल सिंह मंगा, बीएल अग्रवाल, उमाशंकर, वरिंदर कुमार, मानिक शर्मा, जितेंद्र अग्रवाल, रमेश भंडारी सहित अनेक व्यापारियों ने एमसीडी के खिलाफ नारेबाजी की ओर सील खुलने की मांग की.