नई दिल्लीः दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम के लिए बिना पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट (पीयूसीसी) के दिल्ली में वाहन चलाने वालों की मुश्किलें और बढ़ेंगी. दिल्ली परिवहन विभाग कैमरों के जरिए बिना पीयूसीसी के चल रहे वाहनों की निगरानी करेगा. कैमरे वाहन के नंबर प्लेट को खुद पढ़ेंगे. इसके बाद डेटाबेस से मैच करेंगे. यदि वैध पीयूसीसी नहीं हुआ तो कैमरे खुद साफ्टवेयर के जरिए 10 हजार रुपए का चालान काटेंगे.
दिल्ली में प्रदूषण एक बड़ी समस्या है. पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने हाल ही में दावा किया था कि दिल्ली में होने वाले कुल प्रदूषण में 35 से 40 प्रतिशत तक प्रदूषण वाहनों से निकलने वाले धुएं के कारण हो रहा है. दिल्ली परिवहन विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो दिल्ली में 22 लाख वाहन बिना पीयूसीसी के सड़कों पर दौड़ रहे हैं. इसमें करीब 19 लाख मोटरसाइकिलें हैं. तमाम प्रयासों के बाद भी लोग वाहनों के प्रदूषण की जांच करवाकर पीयूसीसी बनवाने को लेकर जागरूक नहीं हो रहे हैं.
दिल्ली परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, दिल्ली में एक सप्ताह के अंदर और 25 पेट्रोल पंप पर कैमरे लगाए जाएंगे. इससे पहले चार पेट्रोल पंप पर यह कैमरे लगाए गए हैं. पेट्रोल पंप पर लगाए गए कैमरों से दो से 29 नवंबर के बीच करीब चार हजार चालान काटे जा चुके हैं. वहीं, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओर से ग्रैप लागू होने के बाद बिना पीयूसीसी के करीब 17 हजार चालान काटे जा चुके हैं.
दिल्ली में जानिए क्या है तैयारी...
- 84 टीमें परिवहन विभाग की चार पहिया वाहन पर पीयूसीसी जांच करने को दिल्ली में हैं.
- 30 टीमें मोटरसाइकिल पर बिना पीयूसी वाले वाहनों की निगरानी में जुटी हैं.
- दिल्ली में अब 29 पेट्रोल पंप पर कैमरे वाहनों पर रखेंगे नजर, कैमरे काटेंगे चालान.
- पीयूसीसी सर्टिफिकेट न होने पर एक वाहन का 10 हजार रुपए का काटा जाता है चालान.
- कहां कैमरे लगाए गए हैं यह सार्वजनिक नहीं किया गया है.