नई दिल्ली: दक्षिण दिल्ली के स्पेशल स्टाफ और मेहरौली थाने की पुलिस टीम ने दो ऐसे घोषित अपराधियों को गिरफ्तार किया है जो पिछले कई वर्षों से न्यायालय में पेश होने से बच रहे थे. गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद इमरान उर्फ इरफान पीएस जामिया नगर मामले के संबंध में साकेत न्यायालय द्वारा भगोड़ा अपराधी घोषित था. वहीं दूसरा आरोपी ऋषिपाल सीमापुरी थाने के मामले में कड़कड़डूमा कोर्ट के आदेश के तहत अपराधी घोषित किया गया था.
दक्षिणी दिल्ली स्पेशल स्टाफ टीम ने घोषित अपराधियों को पकड़ने के लिए एसीपी ऑपरेशंस राजेश और प्रभारी धीरज महलावत के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम ने घोषित अपराधियों के बारे में महत्वपूर्ण सुराग विकसित किए. टीम को एन ब्लॉक जसोला सरिता विहार दिल्ली के पास एक घोषित अपराधी की गतिविधि के संबंध में एक गुप्त जानकारी प्राप्त हुई.
ये भी पढ़ें: एलएलबी का छात्र निकला ड्रग्स तस्कर, स्पेशल स्टाफ ने किया गिरफ्तार, नशीला पदार्थ बरामद
इनपुट के आधार पर टीम ने जाल बिछाया और मुखबिर की निशानदेही पर एन ब्लॉक जसोला सरिता विहार दिल्ली से एक व्यक्ति को पकड़ा गया. उसकी पहचान मोहम्मद इमरान उर्फ इरफान (33) के रूप में हुई. उसने खुलासा किया कि कोर्ट से जमानत पर रिहा होने के बाद वह वर्तमान मामले में कभी भी कोर्ट में उपस्थित नहीं हुआ. आरोपी को गिरफ्तार कर साकेत कोर्ट में पेश किया गया.
वहीं दक्षिणी दिल्ली की महरौली थाने की पुलिस टीम को बुधवार को प्रताप नगर मयूर विहार में एक घोषित अपराधी की गतिविधि के संबंध में गुप्त सूचना मिली. जिसके बाद टीम ने अपराधी के बारे में और अधिक जानकारी एकत्रित की टीम ने जाल बिछाया. मुखबिर की निशानदेही पर गली नंबर 11 प्रताप नगर मयूर विहार से एक व्यक्ति को धर दबोचा. बाद में उसकी पहचान ऋषि पाल(62) निवासी दिलशाद गार्डन के रूप में हुई. आरोपी ऋषिपाल पिछले 10 वर्षों से न्यायालय के समक्ष अपनी उपस्थिति से बच रहा था.
ये भी पढ़ें: 11 वर्षों से फरार चल रहे घोषित अपराधी को दक्षिणी जिले की स्पेशल स्टाफ की टीम ने किया गिरफ्तार