नई दिल्लीः कोरोना से चारों तरफ तबाही का मंजर है. हर कोई परेशान है. दिल्ली में कर्फ्यू लागू होने की वजह से लोगों के रोजी-रोजगार पर इसका बुरा असर पड़ा है. घरों में बंद लोग खाने के लिए भी परेशान हो रहे हैं. ऐसे हालात में संगम विहार इलाके में चलने वाले एक एनजीओ के संचालक कमर अहमद ने लोगों की मदद करने का निर्णय लिया है. वह लोगों को राशन और जरूरी सामान उपलब्ध करवा रहे हैं.
कमर अहमद ने बताया कि दिल्ली में कोरोना से हम सभी जबरदस्त लड़ाई लड़ रहे हैं. तुगलकाबाद इलाके से मदद के लिए उनके पास लगातार फोन कॉल सा रहे थे. एक गर्भवती महिला ने बताया कि उसके पति का एक्सीडेंट हो गया है. घर में खाने के लिए कुछ नहीं बचा है. आप कुछ भी मदद कर दें.
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कमर अहमद महिला की परेशानी सुनकर काफी परेशान हो गए और वह हर हाल में महिला की मदद करना चाहते थे. उन्होंने दूसरे सक्षम लोगों से जरूरतमंद लोगों की मदद करने की अपील की. लोगों की मदद करने में उनकी पूरी टीम लगी हुई है, लेकिन फिर भी वह उतना मदद नहीं कर पा रहे हैं जितना कि लोगों को जरूरत है.
कोरोना के खतरे के बीच बढ़ाते हैं मदद का हाथ
अहमद ने बताया कि कोरोना से खुद को बचाते हुए जरूरतमंद लोगों तक मदद पहुंचाना भी एक चुनौती है, क्योंकि कोरोना से बचने के लिए उनके पास कोई खास इंतजाम नहीं है. बचाव के नाम पर केवल एक मास्क है. यह कोई बड़ा इंतजाम नहीं है. मास्क पहनने के बावजूद वे लोग हमेशा कोरोना के खतरे में रहते हैं.
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पैसे से भी कर रहे हैं मदद
कमर अहमद ने बताया कि खानपुर के शिव पार्क में एक जगह 75 मजदूर फंसे हुए थे. शिव पार्क से लगातार उनके पास 2 दिनों से मदद के लिए कॉल आ रहे थे. मदनगीर के एक दानिश्वर इस्माइल साहब ने 40000 रुपये दान किए. 75 मजदूरों को इन रुपयों से पांच 500 रुपये बांट दिए. राशन के अलावा भी लोगों की जरूरतें होती है, जिसे पूरा करने के लिए पैसों की जरूरत होती है इसलिए लोगों को कैश में भी मदद कर देते हैं.