नई दिल्ली: टैक्सी चालकों और ट्रांसपोर्टरों की मांग के बाद साउथ MCD ने RFID सिस्टम को पूरी तरह से लागू करने की तारीख बढ़ा दी है. कमर्शियल वाहन मालिक अब 23 अगस्त तक टैग खरीद सकते हैं. इससे पहले इसे 16 अगस्त से लागू किया जाना था.
EPCA से किया गया था अनुरोध
शुक्रवार को साउथ MCD ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा कि 13 एंट्री प्वाइंट्स पर गाड़ियों का रेजिस्ट्रेशन और इसके बाद RFID टैग लेने में आ रही कठिनाइयों को देखते हुए, इसकी अंतिम तारीख को बढ़ाया गया है.
इस बयान में बताया गया कि इस संबंध में EPCA से अनुरोध किया गया था. इसी के बाद ये फैसला लिया गया है. निगम अधिकारियों के मुताबिक पिछले 6 दिनों में लगभग 50 हजार कमर्शियल वाहनों ने RFID टैग लिए हैं. इससे पहले भी जिन वाहनों में ये टैग लगे थे. उन्हें मिलाकर अब तक कुल 95 हजार वाहनों में ये सहूलियत दी जा चुकी है.
निर्धारित टोल राशि से करना होगा दोगुना भुगतान
नए आदेश के मुताबिक, अब 23 अगस्त की रात से दिल्ली में RFID टैग और रिचार्ज राशि के बिना प्रवेश करने वाले कमर्शियल वाहनों को पहले हफ्ते के दौरान जुर्माने के तौर पर निर्धारित टोल राशि से दोगुना भुगतान करना होगा. दूसरे हफ्ते में यही जुर्माना टोल राशि का 4 गुना हो जाएगा जबकि तीसरे हफ्ते के दौरान इसका 6 गुना वाहन चालकों से वसूला जाएगा.
बता दें कि इससे पहले आज पूरे दिन एंट्री पॉइंट्स पर वाहन चालकों को RFID टैग के लिए जद्दोजहद करते देखा गया था. कई जगहों पर पैसे जमा करने के बावजूद टैग नहीं मिल पा रहे थे. तारीख को आगे बढ़ाना वाहन चालकों और मालिकों के लिए एक अच्छा कदम माना जा रहा है.