नई दिल्लीः कोरोना संकट के बीच सावन की शिवरात्रि आज पूरे देश में मनाई जा रही है. शिवभक्त मंदिरों में पहुंचकर जलाभिषेक कर रहे हैं. हालांकि, इस साल शिवरात्रि पर वह धूम और रौनक मंदिरों में देखने को नहीं मिल रही है, जो हर साल देखने को मिलती थी. इस दिन शिव भक्त पूरे उत्साह के साथ भगवान शिव की आराधना करते थे और शिवलिंग पर जलाभिषेक करते थे.
इसी बीच दक्षिणी दिल्ली स्थित प्रह्लादपुर मंदिर के पंडित कुंज बिहारी ने ईटीवी भारत से बात की. उन्होंने बताया कि हर साल आज के दिन मंदिरों में सैकड़ों की तादाद में कांवड़िए आते थे और शिवलिंग पर गंगा जल अर्पित करते थे.
कार्यक्रम और भंडारे का होता था आयोजन
मंदिर के पंडित ने बताया कि हर साल यहां काफी धूम रहती थी. हर जगह शिव के जयकारे सुनाई देते थे. कार्यक्रम और भंडारे का भी आयोजन किया जाता था. लेकिन इस बार कोरोना संगट के कारण सब कुछ बंद है, कांवड़ यात्रा नहीं हो पाई है, लेकिन भक्त शांति के साथ मंदिर में भगवान शिव पर जल अर्पित करने के लिए पहुंच रहे हैं.
इस साल कांवड़िए नहीं लेने गए गंगा जल
पंडित कुंज बिहारी ने बताया कि कांवड़िए गंगा जल लेने के लिए बेशक नहीं जा पाए हैं, लेकिन कई मंदिरों में गंगा जल मंगाया गया है और भगवान शिव पर अर्पित किया गया है. उन्होंने आज के दिन का महत्व बताते हुए कहा कि आज के दिन की खास मान्यता होती है. भगवान शिव-पार्वती की आराधना करने से भक्तों की हर मनोकामनाएं पूरी होती है.
भगवान शिव को सावन का यह महीना बेहद प्रिय है. इसलिए भक्त भगवान शिव की आराधना में इस महीने लीन रहते हैं. लेकिन जिस प्रकार इस बार इस महामारी ने हर किसी पर बुरा प्रभाव डाला है. उसके लिए जरूरी है कि लोग सावधानियां बरतें और शांति से अपने घर पर या मंदिर में आकर पूजा-अर्चना करें.