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गुरु रविदास मंदिर विवाद: राजेश लिलोठिया ने DDA के खिलाफ दायर की अवमानना याचिका

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Published : Sep 28, 2019, 5:41 PM IST

राजेश लिलोठिया ने सुप्रीम कोर्ट में डीडीए के खिलाफ अवमानना याचिका दायर की है. लिलोठिया ने मांग की है कि आस्था को तोड़ने का प्रयास किया गया है, जिसे हम बिल्कुल भी स्वीकार नहीं करेंगे.

राजेश लिलोठिया ने DDA के खिलाफ दायर की अवमानना याचिका

नई दिल्ली: बीते 10 अगस्त को दक्षिणी दिल्ली के तुगलकाबाद स्थित संत गुरु रविदास के मंदिर को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तोड़ दिया गया. इसके बाद यह मुद्दा आस्था से जुड़ गया और डीडीए के खिलाफ उग्र प्रदर्शन भी हुए. अब इस मामले को लेकर दिल्ली कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया ने सुप्रीम कोर्ट में अवमानना का केस दायर किया है.

राजेश लिलोठिया ने DDA के खिलाफ दायर की अवमानना याचिका

DDA के खिलाफ अवमानना का केस दायर
राजेश लिलोठिया ने बताया कि संत गुरु रविदास का मंदिर 600 साल पुराना है. ऐसे में दलित समाज की आस्था काफी लंबे अरसे से जुड़ी हुई है. आस्था सभी का संवैधानिक अधिकार है, इस पर कोई भी प्रहार नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि रविदास मंदिर को तोड़े जाने से हजारों लोगों की आस्था आहत हुई है. ऐसे में हमने सुप्रीम कोर्ट में डीडीए के खिलाफ अवमानना की याचिका दायर की है और मांग की है कि इस पर आस्था को तोड़ने का प्रयास किया गया है, जिसे हम बिल्कुल भी स्वीकार नहीं करेंगे.

चार अक्टूबर को होगी मामले की सुनवाई
राजेश लिलोठिया ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में डीडीए के खिलाफ अवमानना की याचिका दायर कर दी गई है और आगामी 4 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होगी. उनका कहना है कि हम सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाते हैं कि इस मामले को आस्था से जोड़कर देखना चाहिए. क्योंकि दलित समाज के हजारों लोगों की आस्था है इससे आहत हुई है.जो कि लोगों के मन में रोष पैदा कर रही है. ऐसे में डीडीए के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए.

फिलहाल संत गुरु रविदास मंदिर तोड़े जाने के बाद लगातार दलित समाज मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग कर रहा है तो दूसरी ओर इस विवाद पर राजनीति भी गरमाई हुई है. देखना होगा कि आगामी चार अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में होने वाले इस मामले की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट क्या सुनवाई करता है.

नई दिल्ली: बीते 10 अगस्त को दक्षिणी दिल्ली के तुगलकाबाद स्थित संत गुरु रविदास के मंदिर को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तोड़ दिया गया. इसके बाद यह मुद्दा आस्था से जुड़ गया और डीडीए के खिलाफ उग्र प्रदर्शन भी हुए. अब इस मामले को लेकर दिल्ली कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया ने सुप्रीम कोर्ट में अवमानना का केस दायर किया है.

राजेश लिलोठिया ने DDA के खिलाफ दायर की अवमानना याचिका

DDA के खिलाफ अवमानना का केस दायर
राजेश लिलोठिया ने बताया कि संत गुरु रविदास का मंदिर 600 साल पुराना है. ऐसे में दलित समाज की आस्था काफी लंबे अरसे से जुड़ी हुई है. आस्था सभी का संवैधानिक अधिकार है, इस पर कोई भी प्रहार नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि रविदास मंदिर को तोड़े जाने से हजारों लोगों की आस्था आहत हुई है. ऐसे में हमने सुप्रीम कोर्ट में डीडीए के खिलाफ अवमानना की याचिका दायर की है और मांग की है कि इस पर आस्था को तोड़ने का प्रयास किया गया है, जिसे हम बिल्कुल भी स्वीकार नहीं करेंगे.

चार अक्टूबर को होगी मामले की सुनवाई
राजेश लिलोठिया ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में डीडीए के खिलाफ अवमानना की याचिका दायर कर दी गई है और आगामी 4 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होगी. उनका कहना है कि हम सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाते हैं कि इस मामले को आस्था से जोड़कर देखना चाहिए. क्योंकि दलित समाज के हजारों लोगों की आस्था है इससे आहत हुई है.जो कि लोगों के मन में रोष पैदा कर रही है. ऐसे में डीडीए के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए.

फिलहाल संत गुरु रविदास मंदिर तोड़े जाने के बाद लगातार दलित समाज मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग कर रहा है तो दूसरी ओर इस विवाद पर राजनीति भी गरमाई हुई है. देखना होगा कि आगामी चार अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में होने वाले इस मामले की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट क्या सुनवाई करता है.

Intro:राजेश लिलोठिया ने गुरु रविदास मंदिर तोड़े जाने पर अवमानना की याचिका दायर की

नई दिल्ली: बीते 10 अगस्त को दक्षिणी दिल्ली के तुग़लकाबाद स्थित संत गुरु रविदास के मंदिर को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तोड़ दिया गया. इसके बाद यह मुद्दा आस्था से जुड़ गया और डीडीए के खिलाफ उग्र प्रदर्शन भी हुए. लेकिन अब इस मामले को लेकर दिल्ली कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया ने सुप्रीम कोर्ट में अवमानना का केस दायर किया है.


Body:डीडीए के खिलाफ अवमानना का केस दायर
राजेश लिलोठिया ने बताया कि संत गुरु रविदास का मंदिर 600 साल पुराना है.ऐसे में दलित समाज की आस्था काफी लंबे अरसे से जुड़ी हुई है. आस्था को लेकर सभी का संवैधानिक अधिकार है,इस पर कोई भी प्रहार नहीं कर सकता. उन्होंने कहा कि रविदास मंदिर को तोड़े जाने से हजारों लोगों की आस्था आहत हुई हैं. ऐसे में हमने सुप्रीम कोर्ट में डीडीए के खिलाफ अवमानना की याचिका दायर की है.और मांग की है कि इस पर आस्था को तोड़ने का प्रयास किया गया है, जिसे हम बिल्कुल भी स्वीकार नहीं करेंगे.

चार अक्टूबर को होगी मामले की सुनवाई
राजेश लिलोठिया ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट में डीडीए के खिलाफ अवमानना की याचिका दायर कर दी गई है. और आगामी 4 अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होगी. उनका कहना है कि हम सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाते हैं कि इस मामले को आस्था से जोड़कर देखना चाहिए. क्योंकि दलित समाज के हजारों लोगों की आस्था है इससे आहत हुई है.जो कि लोगों के मन में रोष पैदा कर रही है.ऐसे में डीडीए के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए.


Conclusion:फिलहाल संत गुरु रविदास मंदिर तोड़े जाने के बाद लगातार दलित समाज मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग कर रहा है तो दूसरी ओर इस विवाद पर राजनीति भी गरमाई हुई है. देखना होगा कि आगामी चार अक्टूबर को सुप्रीम कोर्ट में होने वाले इस मामले की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट क्या सुनवाई करता है.
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