नई दिल्ली: कोरोना वायरस के कारण देश के गरीब वर्ग और मजदूरी करने वाले लोगों पर आर्थिक तंगी का साया मंडरा रहा है. इसी बीच अब लोग राशन के लिए भी तरसते हुए नजर आ रहे हैं. कुछ ऐसा ही दिल्ली के संगम विहार जे ब्लॉक में हुआ. जहां सरकारी स्कूल में राशन के लिए सुबह के 7 बजे से लोग लाइन में खड़े थे. इन लोगों में से ज्यादातर वे लोग थे जिनके पास राशन कार्ड नहीं था और जिन्होंने आधार कार्ड से राशन कार्ड के लिए दिल्ली सरकार की जारी वेबसाइट पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया था.
राशन के लिए इन लोगों को कूपन दिया गया था. लेकिन बात ये थी कि सरकार ने स्पष्ट किया है कि अगर 48 घंटे के अंदर कूपन धारक राशन नहीं ले पाता है, तो इसे अवैद्य माना जाएगा. आपको बता दें कि कोरोना राहत के रूप में आधार कार्ड से दिया जाने वाला राशन लाभार्थियों और वितरकों दोनों के लिए ही सिरदर्द बन गया है.
सरकार ने एक दिन में 500 कूपन जारी किए हैं
स्कूल प्रिंसिपल कमलेश मीणा ने बताया कि सरकार ने एक दिन में 500 कूपन जारी किए हैं. लेकिन इस बात को नजरअंदाज कर दिया गया कि हमें सोशल डिस्टेन्स भी बनाये रखना है. व्यवहारिक तौर पर सोशल डिस्टेंस बनाते हुए एक दिन में 500 कूपन पर राशन बांटना संभव नहीं है. यहां जे ब्लॉक स्कूल के लिए 400 कूपन अलॉट किये गए. एक कूपन की सारी प्रक्रिया पूरी करते हुए औसतन 15 मिनट लग जाते हैं. सोमवार को 400 कूपन में से सिर्फ 107 कूपन पर ही राशन बांटा जा सका. मंगलवार को फिर 400 लोगों को कूपन जारी किया जाएगा. ऐसे में सभी लोगों को राशन दे पाना मुश्किल है.
स्कूल के प्रिंसिपल जिन लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है, उनके गुस्से का भी शिकार बन रहे हैं. राशन और 2 हजार लोगों को प्रतिदिन खाना खिलाते हुए सर्वोदय विद्यालय जे ब्लॉक के प्रिंसिपल मीणा की हालत काफी खराब हो गई है.