नई दिल्ली: भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के अवसर पर देशभर के अलग-अलग इस्कॉन मंदिरों में 11 अगस्त से कृष्ण महोत्सव शुरू हो रहा है और 12 अगस्त को जन्माष्टमी मनाई जाएगी. इस बार कई बदलाव इस महोत्सव में किए गए हैं. जहां हर साल भक्त जन्माष्टमी के मौके पर इस्कॉन मंदिरों में पहुंचकर भगवान के दर्शन कर पाते थे. लेकिन इस बार डिजिटल माध्यम से ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है.
'हरे कृष्णा टीवी पर ऑनलाइन दर्शन'
दक्षिणी दिल्ली स्थित कैलाश कॉलोनी में इस्कॉन मंदिर में भी ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की गई है. यानी कि जन्माष्टमी के महोत्सव पर आम लोगों को मंदिर में जाकर भगवान के दर्शन की अनुमति नहीं है. इस्कॉन के नेशनल कम्युनिकेशन डायरेक्टर बृजेंद्र नंदन दास ने ईटीवी भारत को बताया कि इस साल जन्माष्टमी उत्सव के लिए मंदिर में ठाकुर जी के दर्शन के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की गई है. यानि कि श्रद्धालुओं को मंदिर में आकर दर्शन की अनुमति नहीं होगी. जन्माष्टमी पर श्रद्धालु सुबह से मध्य रात्रि में होने वाले आरती के दर्शन 'हरे कृष्णा टीवी' या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए कर सकेंगे.
'झांकियों का आयोजन नहीं'
बृजेंद्र नंदन दास ने कहा कि जहां हर साल जन्माष्टमी के महोत्सव पर लाखों लोग मंदिर में ठाकुर जी के दर्शन के लिए पहुंचते थे. यह हमारे लिए ये सबसे बड़ा पर्व होता है जिसके लिए भव्य तैयारियां की जाती थी. हजारों लोगों के लिए बैठा कर भोजन कराने की व्यवस्था भी की जाती थी. यहां तक कि मंदिर परिसर को भव्य तरीके से सजाया जाता था. कई झांकियां लगाई जाती थी. लेकिन इस बार महामारी के चलते सोशल डिस्टेंस और सभी जरूरी गाइडलाइन का पालन करते हुए बड़े आयोजन नहीं किए गए हैं.
'पास से होगी श्रद्धालुओं की एंट्री'
बृजेंद्र नंदन दास ने बताया कि इस्कॉन मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव पर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए कई एंट्री और एग्जिट गेट बनाए जाते थे और हजारों वॉलिंटियर इसमें शामिल होते थे. लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए सिर्फ एक ही एंट्री गेट नंबर-4 बनाया गया है. जो सिर्फ उन लोगों के लिए है जो मंदिर परिसर में रह रहे हैं या जिनको पास मिला है. वही मंदिर में आकर भगवान के दर्शन कर पाएंगे.