नई दिल्ली: सतर्कता जागरूकता सप्ताह की शुरुआत करते हुए नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) के अध्यक्ष धर्मेंद्र ने परिषद के सभी विभागों के प्रमुखों को भ्रष्टाचार से लड़ने और पारदर्शिता लाने के लिए प्रतिज्ञा दिलाई गई. परिषद द्वारा 27 अक्टूबर से 2 नवंबर तक सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाया जा रहा है, ताकि सरकारी कर्मचारी के रूप में सरकारी कामकाज और सार्वजनिक जीवन में सत्यनिष्ठा के महत्व पर जोर दिया जा सके. इस साल सतर्कता जागरूकता सप्ताह का विषय "सतर्क भारत, समृद्ध भारत" है.
पारदर्शिता लाने की पहल
पालिका परिषद ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह की पूर्व संध्या पर कल एक वेबिनार का आयोजन किया था, जिसमे दिल्ली के शहरी निकायों द्वारा सर्वोत्तम प्रविधियों और नवाचार पर अपने अपने अनुभव साझा किए गए. इस वेबिनार को कल केंद्रीय सतर्कता आयुक्त संजय कोठारी ने संबोधित किया. वेबिनार में दिल्ली के सभी शहरी नागरिक निकायों के प्रमुखों और वरिष्ठ अधिकारियों जैसे नॉर्थ एमसीडी, ईस्ट एमसीडी, साउथ एमसीडी, डीडीए, दिल्ली कैंट, दिल्ली सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव (शहरी विकास) ने हिस्सा लिया और अपने अनुभवों को बेहतरीन तरीके से साझा किया, जिसके द्वारा वे अपने संगठनों में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए कार्यरत हैं.
डॉ. दीपक वोहरा ने पढ़ाया नैतिकता का पाठ
पालिका परिषद द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए प्रमुख पूर्व वरिष्ठ राजनयिक, क्विज़ मास्टर और प्रेरक वक्ता डॉ.दीपक वोहरा का एक वेबिनार का आयोजित किया गया. डॉ वोहरा ने "सार्वजनिक जीवन में नैतिकता" विषय पर एक बेहद मनमोहक प्रस्तुति दी. उन्होंने कहा कि पूरा समाज कई स्तरों पर भ्रष्टाचार और सत्यनिष्ठा के उल्लंघन से प्रभावित हो रहा है. इस विश्वास और सत्यनिष्ठा पर जोर देना मानव की जन्मजात नैतिक प्रतिबद्धता है और अगर हमे भ्रष्टाचार मुक्त समाज का निर्माण करना है, तो अपने दैनिक जीवन में नैतिकता और सत्यनिष्ठा का पोषण करते रहना चाहिए.
इस सतर्कता जागरूकता सप्ताह के दौरान नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने अपने कामकाज में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ने के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर रही है और कर्मचारियों और स्कूल के छात्रों के लिए डिबेट, क्विज़ आदि जैसे विभिन्न प्रतियोगिताओं के आयोजन कर रही है.