नई दिल्ली: नई दिल्ली नगर पालिका परिषद( एनडीएमसी) के कर्मचारियों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए डर समा गया है. उनके इस डर का एक वाजिब कारण भी है. आधिकारिक तौर पर अभी तक 95 स्टाफ कोविड पॉजिटिव हो चुके हैं, इनमें से सिर्फ 15 मरीज ही रिकवर हो पाए हैं. अनुपातिक आंकड़े देखें तो एनडीएमसी के कर्मचारियों के कोरोना से रिकवरी रेट शेष दिल्ली के औसत 48 फीसदी के मुकाबले सिर्फ 17 फीसदी ही है. हालात ऐसे हैं कि 95 में से 5 की मौत हो चुकी है और एक्टिव मरीजों की संख्या अभी भी 75 है.
पहले थे 20 एक्टिव मामले
एनडीएमसी के 12 कर्मचारी सोमवार को कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस तरह कुल मिलाकर अब तक 95 कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से केवल 15 कर्मचारी ही संक्रमण से बाहर आ पाए हैं, जबकि 5 लोगों की कोरोना के कारण मौत हो चुकी है. आपको बता दें कि आज से 22 दिन पहले सिर्फ 24 कोरोना पॉजिटिव मामले थे, जिनमें से 4 मरीज ठीक हो चुके थे. वही सिर्फ 20 एक्टिव मामले थे और एक कर्मचारी की मौत हो गई थी.
घर से काम करने का आदेश था जारी
आपको बता दें कि एनडीएमसी में जैसे ही कामकाज शुरू हुआ. 100 फीसदी स्टाफ की उपस्थिति का फरमान आने के पहले ही सप्ताह में मुख्यालय पालिका केंद्र में 4 स्टाफ कोविड पॉजिटिव पाए गए थे. इससे अधिकारियों और कर्मचारियों में भय के माहौल को देखते हुए एनडीएमसी ने पालिका केंद्र को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया था. साथ ही इस दौरान सभी स्टाफ को घर से ही काम करने का आदेश जारी कर दिया गया था. वही अब निगम के कर्मचारी ऑफिस आने से डरने लगे हैं.
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का काम जारी
संबंधित अथॉरिटी द्वारा कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग का भी काम शुरू कर दिया गया है. इसके अलावा कोविड पॉजिटिव पाए गए स्टाफ के क्लोज कॉन्टैक्ट वाले स्टाफ को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है. साथ ही इन्हें इस दौरान डिस्ट्रिक्ट अथॉरिटी के संपर्क में रहने को कहा गया है. इस दौरान अगर उनके अंदर कोविड का कोई लक्षण नजर आए तो उन्हें फौरन डिस्ट्रिक्ट अथॉरिटी को सूचित करने को कहा गया है.
कई अधिकारियों में कोरोना के लक्षण
आपको बता दें कि नोडल अधिकारी वीरेंदर सिंह के मुताबिक छठी फ्लोर के अकाउंट डिपार्टमेंट में काम करने वाले कई अधिकारियों ने भी लक्षण होने और इंफेक्शन होने की आशंका जताई है. उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों में भी लक्षण दिखने की बात की है. साथ ही उनके कोरोना इंफेक्शन की भी आशंका जताई है.