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पालिका कर्मचारी संघ ने ओमीक्रोन वैरिएंट के बीच बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस का किया विरोध

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Published : Dec 3, 2021, 6:59 PM IST

NDMC ने कोरोना के मामलों में ठहराव आने के बाद इसके नए वेरिएंट ओमीक्रोन को नजरअंदाज करते हुए ऑफिस में सब कुछ सामान्य रूप से शुरू कर दिया है. कर्मचारियों को बायोमेट्रिक सिस्टम से एक बार फिर अटेंडेंस लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. हालांकि पालिका कर्मचारी संघ ने इस पर आपत्ति जताई है.

बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस का किया विरोध
बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस का किया विरोध

नई दिल्ली: कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन से पूरी दुनिया में दहशत का माहौल है. कर्नाटक में दो डॉक्टर में इस नए वेरिएंट को देखने के बाद यह दहशत अब हमारे देश में भी फैल रही है. दिल्ली सरकार कोरोना वायरस के नई वेरिएंट को लेकर काफी सतर्क है, लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर लोगों का ढीला-ढाला रवैया पहले की तरह बरकरार है.

नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (New Delhi Municipal Council) कोरोना के मामलों में ठहराव आने के बाद इसके नए वेरिएंट ओमीक्रोन को नजरअंदाज करते हुए ऑफिस में सब कुछ सामान्य रूप से शुरू कर दिया है. कर्मचारियों को बायोमेट्रिक सिस्टम से एक बार फिर अटेंडेंस लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. कंसलटेंट एवं आरएमआर कर्मचारियों के लिए फिलहाल यह नियम लागू कर दिया गया है. जनवरी 2022 की उनकी सैलरी बायोमैट्रिक अटेंडेंस के आधार पर ही तैयार की जाएगी. उसके बाद यह नियम बाकी दूसरे कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर भी लागू किया जाएगा.

NDMC: बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस का विरोध

ये भी पढ़ें- Omicron: हिंडन एयरपोर्ट पर हुबली से आने वाले यात्रियों हो रही कोरोना टेस्टिंग


पालिका कर्मचारी संघ ने एनडीएमसी प्रशासन के इस फैसले का पुरजोर विरोध किया है. संगठन के अध्यक्ष सुधाकर कुमार का कहना है कि अभी राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर लोगों में डर फैल रहा है. वहीं दूसरी तरफ एनडीएमसी प्रशासन बायोमेट्रिक प्रणाली से एक बार फिर अटेंडेंस शुरू कर रहा है. यह सिस्टम कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बंद कर दिया गया था क्योंकि इसमें सभी कर्मचारियों को अपना अटेंडेंस बायोमेट्रिक मशीन में अपनी अंगुली से छूकर दर्ज कराना होता था. लोगों की सुरक्षा के लिहाज से इसे बंद कर दिया गया था.

ये भी पढ़ें- गोपाल राय ने केंद्र को फिर लिखी चिट्ठी- NCR राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों की मीटिंग बुलाने की मांग



सुधाकर ने कहा कि एनडीएमसी प्रशासन ने कोरोना की पहली लहर के दौरान बायोमेट्रिक सिस्टम से अटेंडेंस लगाना बंद कर दिया था ताकि लोगों में कोरोना वायरस के फैलने का खतरा ना हो, लेकिन जिस तरीके से एनडीएमसी प्रशासन ने कोरोना के नए वेरिएंट को नजरअंदाज करते हुए बायोमैट्रिक सिस्टम से अटेंडेंस लगाना अनिवार्य कर दिया है उससे लगता है कि प्रशासन कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को हल्के में ले रहा है. उन्होंने मांग की है कि जब तक कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर लोगों का डर खत्म ना हो जाए तब तक बायोमैट्रिक सिस्टम से अटेंडेंस लगाना बंद कर देना चाहिए.

नई दिल्ली: कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन से पूरी दुनिया में दहशत का माहौल है. कर्नाटक में दो डॉक्टर में इस नए वेरिएंट को देखने के बाद यह दहशत अब हमारे देश में भी फैल रही है. दिल्ली सरकार कोरोना वायरस के नई वेरिएंट को लेकर काफी सतर्क है, लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल को लेकर लोगों का ढीला-ढाला रवैया पहले की तरह बरकरार है.

नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (New Delhi Municipal Council) कोरोना के मामलों में ठहराव आने के बाद इसके नए वेरिएंट ओमीक्रोन को नजरअंदाज करते हुए ऑफिस में सब कुछ सामान्य रूप से शुरू कर दिया है. कर्मचारियों को बायोमेट्रिक सिस्टम से एक बार फिर अटेंडेंस लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. कंसलटेंट एवं आरएमआर कर्मचारियों के लिए फिलहाल यह नियम लागू कर दिया गया है. जनवरी 2022 की उनकी सैलरी बायोमैट्रिक अटेंडेंस के आधार पर ही तैयार की जाएगी. उसके बाद यह नियम बाकी दूसरे कर्मचारियों एवं अधिकारियों पर भी लागू किया जाएगा.

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पालिका कर्मचारी संघ ने एनडीएमसी प्रशासन के इस फैसले का पुरजोर विरोध किया है. संगठन के अध्यक्ष सुधाकर कुमार का कहना है कि अभी राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन को लेकर लोगों में डर फैल रहा है. वहीं दूसरी तरफ एनडीएमसी प्रशासन बायोमेट्रिक प्रणाली से एक बार फिर अटेंडेंस शुरू कर रहा है. यह सिस्टम कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए बंद कर दिया गया था क्योंकि इसमें सभी कर्मचारियों को अपना अटेंडेंस बायोमेट्रिक मशीन में अपनी अंगुली से छूकर दर्ज कराना होता था. लोगों की सुरक्षा के लिहाज से इसे बंद कर दिया गया था.

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सुधाकर ने कहा कि एनडीएमसी प्रशासन ने कोरोना की पहली लहर के दौरान बायोमेट्रिक सिस्टम से अटेंडेंस लगाना बंद कर दिया था ताकि लोगों में कोरोना वायरस के फैलने का खतरा ना हो, लेकिन जिस तरीके से एनडीएमसी प्रशासन ने कोरोना के नए वेरिएंट को नजरअंदाज करते हुए बायोमैट्रिक सिस्टम से अटेंडेंस लगाना अनिवार्य कर दिया है उससे लगता है कि प्रशासन कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को हल्के में ले रहा है. उन्होंने मांग की है कि जब तक कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर लोगों का डर खत्म ना हो जाए तब तक बायोमैट्रिक सिस्टम से अटेंडेंस लगाना बंद कर देना चाहिए.

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