नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली के भाटी माइंस इलाके में शनिवार को एमसीडी का बुलडोजर एक बार फिर से चला. भाटी माइंस इलाके के कई फार्म हाउस पर अवैध रूप से बने इमारत को एमसीडी के द्वारा तोड़ा गया है. कई एकड़ में बने करोड़ों की प्रॉपर्टी को एमसीडी द्वारा तोड़ा गया है. इस इलाके में एग्रीकल्चर लैंड पर कई सारे अवैध रूप से फार्म हाउस बने हुए थे, जिसकी जांच एमसीडी के आला अधिकारियों ने की. उसके बाद दो दिनों के ड्राइव के बाद इस इलाके के कई फार्म हाउस पर डिमोलिशन किया गया.
कई एकड़ में बने भव्य बिल्डिंग को एमसीडी द्वारा पूरी तरह से तोड़ दिया गया है. कार्रवाई के बाद MCD द्वारा डिमोलिशन प्रॉपर्टी को सील कर दिया गया है. इस पूरे डिमोलिशन पर स्थानीय निगम पार्षद का कहना है कि यह सारे डिमोलिशन कहीं ना कहीं राजनीति से प्रेरित है. पहले इलाके में अवैध कंस्ट्रक्शन करने के लिए भ्रष्टाचार किया जाता है. उसके बाद एमसीडी इसे तोड़ने के लिए आ जाती है. अगर कंस्ट्रक्शन का काम अवैध है तो एमसीडी इसे शुरू में ही क्यों नहीं रूक्वाती.
बता दें कि एमसीडी की इस कारवाई से स्थानीय निगम पार्षद सुंदर सिंह तवर ने नाराजगी जताई है. उन्होंने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है. हालांकि स्थानीय पार्षद ने किसी भी पार्टी या विशेष पर टिप्पणी नहीं की है. जानकारी के अनुसार, आज एमसीडी के द्वारा दिल्ली के कई इलाकों में अवैध अतिक्रमण पर कारवाई की गई है, जिनमें भाटी माइंस, डेरा गांव, फतेहपुर सैनिक फॉर्म समेत कई जगहों पर एमसीडी का पीला पंजा चला है. हालांकि, सबसे बड़ा अभी भी यही है कि जब कोई अवैध रूप से किसी जगह पर कब्जा करता है तो सरकारी एजेंसियां उस वक्त क्या करते रहती है.