नई दिल्ली: चीन में फैले कोरोना वायरस का असर जहां अब राजधानी दिल्ली में देखने को मिल रहा है तो वहीं रंगों का त्योहार भी नजदीक है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी होली मिलन समारोह को स्थगित कर दिया है. इस बाबत ईटीवी भारत ने मैक्स अस्पताल के विभागाध्यक्ष और चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ. प्रशांत सक्सेना से विशेष बातचीत की.
डॉक्टर ने दी सलाह, ऐसे रहें सावधान
- होली पर भीड़ से रहें दूर
मैक्स अस्पताल के चेस्ट स्पेशलिस्ट प्रशांत सक्सेना ने बताया कि होली का त्योहार नजदीक है और ऐसे में कोरोना वायरस भारत में चारों ओर अपनी पकड़ बना रहा है. उनका मानना है कि होली एक ऐसा त्योहार है जहां पर लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में एक दूसरे के कांटेक्ट में आते हैं. कोरोना वायरस भी कांटेक्ट के जरिए फैलता है. इसलिए जरूरी है कि हम होली वाले दिन कम से कम लोगों से मिले और भीड़भाड़ वाले इलाकों में बिल्कुल भी ना जाए. अगर किसी को कोरोना या अन्य वायरस है तो यह कांटेक्ट में आकर आपको भी संक्रमित कर सकता है.
- रंग से नहीं कोई लेना देना
डॉ. प्रशांत सक्सेना ने बताया कि होली का त्यौहार पर रंग पर कोरोना वायरस का कोई भी लेना देना नहीं है क्योंकि रंग में वायरस नहीं है. इसलिए हम लोगों को यही बताना चाहते हैं कि वह रंग और इत्यादि के त्योहार को मनाएं. लेकिन वह ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों के कांटेक्ट में आने से बचें. जिससे कि आप त्योहार भी अच्छे से मना पाएंगे और किसी संक्रमण से भी दूर रहेंगे. उनका मानना है कि इन दिनों न सिर्फ कोरोना वायरस सक्रिय है बल्कि स्वाइन फ्लू और अन्य वायरस भी हैं.
- मास्क और सैनिटाइजर का करें इस्तेमाल
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए डॉ. प्रशांत सक्सेना ने बताया कि होली वाले दिन सबसे ज्यादा एहतियात बरतने की जरूरत है इसलिए है क्योंकि हम उस दिन बेहद ही कम सावधानी बरतते हैं. उनका मानना है कि हम होली वाले दिन भी मास्क और सैनिटाइजर का उपयोग करें, तो ज्यादा बेहतर है.अगर हम ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच में जा रहे हैं तो जरूरी है कि N95 मास्क का उपयोग करे. जिससे कि अगर किसी को कोई भी प्रकार का वायरल है तो आपके कांटेक्ट में ना आ पाए.
फिलहाल जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर दिल्ली सरकार ने भी होली मिलन समारोह स्थगित कर दिया है तो वहीं दूसरी ओर आम जनता को भी कोरोना वायरस से बचने के लिए सचेत रहने की जरूरत है. इसलिए आप सावधानियां बरतें जिससे कि वायरस से लड़ा जा सके.