नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच दिल्ली के आया नगर इलाके में दिल्ली सरकार के आदेश के बाद कई घरों पर बुलडोजर चला. ग्राम सभा की जमीन पर पिछले 8 सालों से घर बना कर यहां कई लोग रह रहे थे. जिन्हें डीएम के आदेश के बाद गुरुवार को तोड़ दिया गया है. महामारी के इस दौर में दर्जनों लोग बेघर हो गए हैं, जिनके रहने का अब कोई ठिकाना नहीं है.
दिल्ली सरकार ने छीना घर
अपने आशियाने को टूटता देख एक महिला ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि वे पिछले 8 सालों से आया नगर के इस इलाके में मकान बनाकर रहती थी. दिल्ली सरकार के आदेश के बाद इनके घर को पूरी तरह से तोड़ दिया गया. दिल्ली सरकार का यह बुलडोजर इनके आशियाने पर उस वक्त गिरा है, जहां पूरी दुनिया महामारी के दौर से गुजर रही है. अब इनके पास सिर छुपाने के लिए जगह भी नहीं बची. यहां मकान बनाकर रहने वाले ज्यादातर दिहाड़ी मजदूर हैं. मौजूदा दौर में कई महीनों से इनके ऊपर बेरोजगारी की मार पड़ी है. कर्ज में डूबे हुए इन लोगों का अब दिल्ली सरकार ने आशियाने भी छीन लिया.
महिलाएं नहीं छोड़ेंगी अपना घर
घर तोड़े जाने के बाद महिलाओं का कहना है कि वे अपना घर नहीं छोड़ेंगी. लोगों का कहना है कि पहले बिजली कंपनी इनके घर से बिजली का मीटर ले गई और अब तो उनके घरों पर सरकार ने बुलडोजर चलवा दिया. अब इस मुश्किल दौर में इन लोगों के सर के ऊपर कोई छत भी नहीं रही. अब इन लोगों के सामने एक सवाल खड़ा हो गया है कि दिल्ली सरकार ने इनके घरों को तो तोड़ दिया है लेकिन अब ये लोग कहां रहेंगे. महिलाओं का कहना है कि वे इस जमीन को खाली नहीं करेंगी क्योंकि ये जमीन उनकी है और वे इसी जमीन पर चटाई बिछाकर अपने बच्चों के साथ रहेंगे. उनका कहना है कि ये जमीन पैसे से उन्होंने खरीदी है, कब्जा नहीं किया है.
सरकारी जमीन को करवाया कब्जा मुक्त
जब इस बारे में संबंधित अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ये डेमोलेशन डीएम ऑफिस की तरफ से करवाया जा रहा है. अधिकारी का कहना है कि ये सरकारी जमीन है और इसको कब्जा मुक्त करवाया जा रहा है. जब उनसे बिजली मीटर के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि बिजली मीटर उनसे पूछकर नहीं लगाए जाते.