नई दिल्ली: जेएनयू हिंसा मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अब तक 9 आरोपियों की पहचान कर ली है. इनमें जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईसी घोष सहित 9 लोग शामिल हैं. पुलिस ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इनकी फोटो जारी की है. इसमें कई छात्र पथराव करते हुए भी दिखाई दे रहे हैं. पुलिस का कहना है कि अभी इनकी गिरफ्तारी नहीं की जा रही है. इन्हें केवल नोटिस भेजा जाएगा जिसके बाद उनसे पूछताछ की जाएगी.
एसआईटी के डीसीपी जॉय टिर्की ने बताया कि इस मामले की छानबीन के दौरान पुलिस टीम ने सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज देखने की कोशिश की, लेकिन सर्वर खराब होने की वजह से उन्हें फुटेज नहीं मिल सकी. उनके पास लगभग तीन दर्जन गवाह हैं, लेकिन इन लोगों के पास मोबाइल की कोई वीडियो नहीं है. ऐसे में यहां पर लोगों द्वारा बनाई गई फुटेज की मदद से पुलिस ने आरोपियों की पहचान की है. इनमें जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष आईसी घोष सहित कुल 9 लोग अब तक पहचाने गए हैं. वहीं अन्य आरोपियों को पहचानने की कोशिश पुलिस कर रही है.
इन लोगों की अब तक हुई पहचान
डीसीपी जॉय टिर्की के अनुसार अब तक जो लोग पहचाने गए हैं. उनमें चुनचुन कुमार पत्थर फेंकते हुए दिख रहा है. दूसरा आरोपी पंकज कुमार छात्र, तीसरी खुद जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष आईसी घोष, चौथा आरोपी विजय भास्कर छात्र, पांचवी सुचेता तालुकदार काउन्सलर, छठा प्रियरंजन छात्र, सातवीं डोलन समंता, आठवां योगेंद्र भारद्वाज और नौवां विकास पटेल है. इनमें से दो आरोपी एबीवीपी जबकि 7 लेफ्ट के हैं.
शाम को 'बना ग्रुप यूनिटी अगेंस्ट लेफ्ट'
इस घटना से कुछ समय पहले ही एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया गया था जिसका एडमिन योगेंद्र भारद्वाज है. इस ग्रुप में 60 लोग शामिल थे जिनकी जानकारी क्राइम ब्रांच के पास है. फिलहाल पहचाने गए 9 लोगों को नोटिस भेजकर पुलिस पूछताछ में बुला रही है. पुलिस का कहना है कि अभी तक की जांच में जेएनयू की लेफ्ट समर्थक यूनियन के छात्र ही आरोपी पाए गए हैं. अभी तक कोई बाहरी शख्स नहीं मिला है. अन्य वीडियो की भी जांच की जा रही है और आगे जो भी लोग इसमें शामिल होंगे उनके बारे में पुलिस द्वारा बताया जाएगा.
'लेफ्ट प्रदर्शनकारी तोड़ते हैं कानून'
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि पिछले कुछ समय से लगातार दिल्ली में प्रदर्शन चल रहे हैं. इनमें जब भी लेफ्ट द्वारा प्रदर्शन किया गया है तो इन छात्रों ने पुलिस की बात नहीं मानी है. उन्होंने कानून का उल्लंघन किया है और बैरिकेड तोड़े हैं. गुरुवार को भी किए गए प्रदर्शन में जब मंत्रालय से उनकी बात नहीं बनी तो उन्होंने जबरन राष्ट्रपति भवन की तरफ जाने का प्रयास किया. उन्हें जब रोका गया तो वह कनॉट प्लेस की तरफ चले गए जहां लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इसे लेकर भी एक एफ आई आर दर्ज की गई है.