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परीक्षा का बहिष्कार करेंगे JNU स्टूडेंट्स, बोले- सर्कुलर हो वापस

जेएनयू की यूनिवर्सिटी जनरल बॉडी मीटिंग (यूजीबीएम) में हुई चर्चा के बाद प्रदर्शनकारी छात्रों ने फैसला किया कि जब तक 28 अक्टूबर का सर्कुलर वापस नहीं लिया जाएगा, तब तक वे विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे.

JNU students oppose to give exams
JNU students protest
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Published : Dec 6, 2019, 9:19 AM IST

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हॉस्टल मैनुअल और फीस में हुई बढ़ोतरी के रोलबैक की मांग को लोकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन एक महीने से लगातार जारी है. यूजीबीएम में हुई बातचीत के बाद छात्रों ने निर्णय लिया कि जब तक सर्कुलर नहीं होगा वापस तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा.

परीक्षा का बहिष्कार करेंगे जेएनयू स्टूडेंट्स, कहा सर्कुलर हो वापस

परीक्षाओं का करेंगे छात्र बहिष्कार
इस जारी प्रदर्शन में छात्र आगामी परीक्षाएं ,असाइनमेंट सहित सभी अकादमिक गतिविधियों का भी बहिष्कार करेंगे. बता दें कि 12 दिसंबर से सेमेस्टर परीक्षाएं आयोजित होने वाली हैं.


अकादमिक गतिविधियों में देरी के लिए जेएनयू प्रशासन जिम्मेदार
इस पूरे मामले के तहत जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा कि विश्वविद्यालय में अकादमिक गतिविधियों में जो देरी हो रही है, उसके लिए जेएनयू प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन हमारी मांगे मान लेता है तो हम सभी अपनी कक्षा में जाने के लिए तैयार हैं लेकिन प्रशासन बातचीत ही नहीं करना चाहती.


9 दिसंबर को होगी 'शिक्षा बचाओ पदयात्रा'
यूजीबीएम में ये भी फैसला लिया गया है कि 9 दिसंबर को विश्वविद्यालय से राष्ट्रपति भवन तक 'शिक्षा बचाओ पदयात्रा' निकाली जाएगी. उसके बाद सभी छात्र राष्ट्रपति को अपनी मांगों का पत्र सौंपेंगे.


आईआईटी, आईआईएमसी भी होंगे पदयात्रा में शामिल
इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए आईआईटी, आईआईएमसी, अंबेडकर विश्वविद्यालय सहित कई अन्य विश्वविद्यालयों के छात्रों को भी आवाहन किया गया है जिससे ये आंदोलन आगे बढ़े.


आईआईएमसी में भी जारी है विरोध प्रदर्शन
बता दें कि सिर्फ जेएनयू के छात्र ही नहीं फीस बढ़ोतरी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं बल्कि भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) के छात्रों का भी विरोध प्रदर्शन जारी है.


20 फीसदी बढ़ी आईआईएमसी में फीस
बता दें कि आईआईएमसी में 20 फ़ीसदी शुल्क बढ़ाए जाने को लेकर पिछले 3 दिनों से छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं.

नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हॉस्टल मैनुअल और फीस में हुई बढ़ोतरी के रोलबैक की मांग को लोकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन एक महीने से लगातार जारी है. यूजीबीएम में हुई बातचीत के बाद छात्रों ने निर्णय लिया कि जब तक सर्कुलर नहीं होगा वापस तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा.

परीक्षा का बहिष्कार करेंगे जेएनयू स्टूडेंट्स, कहा सर्कुलर हो वापस

परीक्षाओं का करेंगे छात्र बहिष्कार
इस जारी प्रदर्शन में छात्र आगामी परीक्षाएं ,असाइनमेंट सहित सभी अकादमिक गतिविधियों का भी बहिष्कार करेंगे. बता दें कि 12 दिसंबर से सेमेस्टर परीक्षाएं आयोजित होने वाली हैं.


अकादमिक गतिविधियों में देरी के लिए जेएनयू प्रशासन जिम्मेदार
इस पूरे मामले के तहत जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा कि विश्वविद्यालय में अकादमिक गतिविधियों में जो देरी हो रही है, उसके लिए जेएनयू प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन हमारी मांगे मान लेता है तो हम सभी अपनी कक्षा में जाने के लिए तैयार हैं लेकिन प्रशासन बातचीत ही नहीं करना चाहती.


9 दिसंबर को होगी 'शिक्षा बचाओ पदयात्रा'
यूजीबीएम में ये भी फैसला लिया गया है कि 9 दिसंबर को विश्वविद्यालय से राष्ट्रपति भवन तक 'शिक्षा बचाओ पदयात्रा' निकाली जाएगी. उसके बाद सभी छात्र राष्ट्रपति को अपनी मांगों का पत्र सौंपेंगे.


आईआईटी, आईआईएमसी भी होंगे पदयात्रा में शामिल
इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए आईआईटी, आईआईएमसी, अंबेडकर विश्वविद्यालय सहित कई अन्य विश्वविद्यालयों के छात्रों को भी आवाहन किया गया है जिससे ये आंदोलन आगे बढ़े.


आईआईएमसी में भी जारी है विरोध प्रदर्शन
बता दें कि सिर्फ जेएनयू के छात्र ही नहीं फीस बढ़ोतरी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं बल्कि भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) के छात्रों का भी विरोध प्रदर्शन जारी है.


20 फीसदी बढ़ी आईआईएमसी में फीस
बता दें कि आईआईएमसी में 20 फ़ीसदी शुल्क बढ़ाए जाने को लेकर पिछले 3 दिनों से छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं.

Intro:नई दिल्ली ।

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस के रोलबैक की मांग को लेकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन एक महीने से लगातार जारी है. वहीं यूनिवर्सिटी जनरल बॉडी मीटिंग(यूजीबीएम) में हुई चर्चा के बाद प्रदर्शनकारी छात्रों ने फैसला लिया है कि जब तक 28 अक्टूबर को जारी किया गया सर्कुलर वापस नहीं लिया जाता तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा. साथ ही आगामी परीक्षाएं ,असाइनमेंट सहित सभी अकादमिक गतिविधियों का भी बहिष्कार किया जाएगा.


Body:जेएनयू विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे प्रदर्शन को लेकर यूजीबीएम का आयोजन किया गया जिसमें निर्णय लिया गया कि जब तक छात्रों की मांगे पूरी नहीं होती वह हड़ताल जारी रखेंगे. साथ ही यूजीबीएम में यह भी निर्णय लिया गया है कि आगामी 12 दिसंबर से आयोजित होने वाली सेमेस्टर परीक्षाओं और असाइनमेंट सहित सभी शैक्षणिक गतिविधियों का भी छात्र बहिष्कार करेंगे.

वहीं इस पूरे मामले को लेकर जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा कि विश्वविद्यालय में अकादमिक गतिविधियों में जो देरी हो रही है उसके लिए जेएनयू प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन हमारी मांगे मान लेता है तो हम सभी अपनी कक्षा में जाने के लिए तैयार हैं लेकिन प्रशासन बातचीत ही नहीं करना चाहता.

साथ ही आइशी ने बताया कि यूजीबीएम में यह भी निर्णय लिया गया है कि 9 दिसंबर को विश्वविद्यालय से राष्ट्रपति भवन तक 'शिक्षा बचाओ पदयात्रा' निकाली जाएगी. उसके बाद सभी छात्र राष्ट्रपति को अपनी मांगों का पत्र सौंपेंगे. आइशी ने कहा कि इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए आईआईटी, आईआईएमसी, अंबेडकर विश्वविद्यालय सहित कई अन्य विश्वविद्यालयों के छात्रों का भी आवाहन किया गया है कि वह इस आंदोलन में शामिल हो इसे आगे बढ़ाएं और सफल बनाएं.


Conclusion:बता दें कि केवल जेएनयू ही नहीं फीस बढ़ोतरी को लेकर भारतीय जनसंचार संस्थान आईआईएमसी के छात्रों का भी विरोध प्रदर्शन जारी है आईआईएमसी के प्रदर्शनकारी छात्रों ने भी संस्थान के पूर्व विद्यार्थियों से 8 दिसंबर को संस्थान परिसर में पहुंचने की अपील की है जिससे संस्थान के निजीकरण होने से बचाया जा सके. बता दें कि आईआईएमसी में 20 फ़ीसदी शुल्क बढ़ाए जाने को लेकर पिछले 3 दिनों से छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं
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