नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में हॉस्टल मैनुअल और फीस में हुई बढ़ोतरी के रोलबैक की मांग को लोकर छात्रों का विरोध प्रदर्शन एक महीने से लगातार जारी है. यूजीबीएम में हुई बातचीत के बाद छात्रों ने निर्णय लिया कि जब तक सर्कुलर नहीं होगा वापस तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा.
परीक्षाओं का करेंगे छात्र बहिष्कार
इस जारी प्रदर्शन में छात्र आगामी परीक्षाएं ,असाइनमेंट सहित सभी अकादमिक गतिविधियों का भी बहिष्कार करेंगे. बता दें कि 12 दिसंबर से सेमेस्टर परीक्षाएं आयोजित होने वाली हैं.
अकादमिक गतिविधियों में देरी के लिए जेएनयू प्रशासन जिम्मेदार
इस पूरे मामले के तहत जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने कहा कि विश्वविद्यालय में अकादमिक गतिविधियों में जो देरी हो रही है, उसके लिए जेएनयू प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन हमारी मांगे मान लेता है तो हम सभी अपनी कक्षा में जाने के लिए तैयार हैं लेकिन प्रशासन बातचीत ही नहीं करना चाहती.
9 दिसंबर को होगी 'शिक्षा बचाओ पदयात्रा'
यूजीबीएम में ये भी फैसला लिया गया है कि 9 दिसंबर को विश्वविद्यालय से राष्ट्रपति भवन तक 'शिक्षा बचाओ पदयात्रा' निकाली जाएगी. उसके बाद सभी छात्र राष्ट्रपति को अपनी मांगों का पत्र सौंपेंगे.
आईआईटी, आईआईएमसी भी होंगे पदयात्रा में शामिल
इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए आईआईटी, आईआईएमसी, अंबेडकर विश्वविद्यालय सहित कई अन्य विश्वविद्यालयों के छात्रों को भी आवाहन किया गया है जिससे ये आंदोलन आगे बढ़े.
आईआईएमसी में भी जारी है विरोध प्रदर्शन
बता दें कि सिर्फ जेएनयू के छात्र ही नहीं फीस बढ़ोतरी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं बल्कि भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) के छात्रों का भी विरोध प्रदर्शन जारी है.
20 फीसदी बढ़ी आईआईएमसी में फीस
बता दें कि आईआईएमसी में 20 फ़ीसदी शुल्क बढ़ाए जाने को लेकर पिछले 3 दिनों से छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं.