नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की उच्च स्तरीय कमेटी ने हॉस्टल मैन्युअल और बढ़ी हुई फीस पर छात्रों से राय लेने के बाद अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. इस रिपोर्ट में उच्च स्तरीय समिति ने बीपीएल श्रेणी के छात्रों को सर्विस चार्ज में 75 फीसदी और अन्य छात्रों को 50 फीसदी रियायत देने की बात कही है.
समिति के अनुसार बीपीएल श्रेणी के छात्रों को यूटिलिटी और सर्विस चार्ज 500 रुपये प्रति माह देना होगा. इससे पहले बिल का 50 फीसदी तक देने के लिए कहा गया था. साथ ही जेआरएफ, एसआरएफ, स्कॉलरशिप, फैलोशिप पाने वाले छात्रों को1000 रुपये प्रति माह देने के लिए कहा गया है. वहीं मेस बिल में समिति ने किसी प्रकार के बदलाव का कोई सुझाव नहीं दिया है. समिति ने सिंगल रूम रेंट बीपीएल श्रेणी के छात्रों के लिए 300 रुपये प्रति माह और डबल रूम 150 रुपये प्रतिमाह की बात कही है.
इसके अलावा समिति ने अपनी रिपोर्ट में जेआरएफ, एसआरएफ, स्कॉलरशिप और फेलोशिप पाने वाले छात्रों के लिए सिंगल रूम रेंट का किराया 600 रुपये प्रति माह और डबल रूम का किराया 300 रुपये प्रति माह करने की सिफारिश की है.
छात्र संघ ने उठाए थे सवाल
बता दें कि जेएनयू में छात्रों के बीच चल रहे तनाव को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने रविवार को 7 सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की थी. जिसमें रेक्टर तीन प्रोफेसर राणा प्रताप सिंह को अध्यक्ष बनाया गया था. वहीं इस समिति ने छात्रों से शाम 5:30 बजे तक ई-मेल के जरिए अपने सुझाव देने के लिए कहा था मालूम हो कि छात्र संघ ने विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बनाई गई इस कमेटी पर सवाल उठाए थे और कहा था कि जब मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से एक कमेटी गठित कर दी गई है, इस तरह की कमेटी की क्या जरूरत थी.
दरअसल जेएनयू प्रशासन द्वारा गठित की गई समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर राणा प्रताप सिंह, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के डीन प्रोफेसर अश्वनी महापात्रा, प्रोफेसर गिरीश नाथ झा, पवन कुमार धर, डीन उमेश अशोक कदम, एसोसिएट डीन वंदना मिश्रा, प्रोवोस्ट नीरज समजदार शामिल थे.