नई दिल्ली: सिटिजन अमेंडमेंट एक्ट को लेकर लगातार विपक्षी पार्टियां प्रदर्शनकारियों के समर्थन में आगे आ रही हैं. वहीं इसी कड़ी में जामिया मिल्लिया इस्लामिया में सीएए और एनआरसी के विरोध में लगातार प्रदर्शन कर रहे छात्रों के समर्थन में पूर्व सांसद अली अनवर अंसारी सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद राजनीति में जो मायूसी छाई थी उसे इन छात्रों के आंदोलन ने दूर कर उनमें लड़ने का एक जज्बा जगाया है.
जामिया के छात्रों के प्रदर्शन ने जगाई हिम्मत
वहीं जामिया के छात्रों के प्रदर्शन का समर्थन करने पहुंचे पूर्व सांसद अली अनवर अंसारी ने इस आंदोलन को चेतना जगाने वाला आंदोलन बताया. उन्होंने कहा कि 2019 के चुनाव के बाद देशभर में उदासी छा गई थी और कोई भी राजनीतिक पार्टी मोदी सरकार से लोहा लेने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी. ऐसे में इन छात्रों का सरकार के विरुद्ध खुलकर आंदोलन उन सभी के लिए प्रेरणा का सबब बन गया और आज आलम यह है कि पूरा देश इस सरकार की नीतियों के विरुद्ध सड़क पर उतर आया है.
'बुनियादी मुद्दों से भटकाने के लिए NRC'
वहीं मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और लो जीडीपी जैसे बुनियादी मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने के लिए सरकार ने एनआरसी और सिटिजन अमेंडमेंट एक्ट का मुद्दा सामने रख दिया. उन्होंने कहा कि तिकड़म, साजिश, जालसाजी,धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग ही इस सरकार के हथियार हैं जिनसे वह भारत पर हुकूमत करने का सपना देख रहे हैं. साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार ने तमाम कॉन्सीट्यूशन बॉडीज जैसे वोटिंग आदि में घुसपैठ कर धोखे से सत्ता हासिल की है.
'केंद्र सरकार का हर काम असंवैधानिक और अलोकतांत्रिक'
वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर फैसले को अलोकतांत्रिक बताया और कहा कि देश के अलग-अलग राज्यों में अब जनता जागरूक हो चुकी है और जहां भी जनता इस सरकार के अलोकतांत्रिक कार्यों के खिलाफ आवाज़ उठाएगी वहां वह समर्थन के लिए जरूर पहुंचेंगे.