नई दिल्ली: महरौली की मखदूम समाउद्दीन कॉलोनी का कोई पुरसाने हाल नहीं है. लोगों ने ईटीवी भारत को बताया कि इलाके में विधायक और काउंसलर सिर्फ चुनाव के समय वोट मांगने आते हैं. फिर उसके बाद क्षेत्र में दिखाई ही नहीं देते. इलाके के लोगों की शिकायत है कि यहां कोई मूलभूत सुविधाएं नहीं है.
बता दें कि इस बस्ती में बहुत मशहूर वली हजरत शेख समाउद्दीन की दरगाह है. जहां हजारों की तादाद में उनके मुरीद यहां आते हैं. शेख समा उद्दीन के नाम पर रखा गया है और इस इलाके में 10 हजार की आबादी है.
इलाके में सीवरेज सिस्टम नहीं है
मोहम्मद असलम ने बताया कि इस पूरे क्षेत्र में नाली और सीवर की बड़ी समस्या है. 5 दिन में एक बार पानी आता है और क्षेत्र में सीवरेज सिस्टम नहीं है. जिसकी वजह से गलियों में पानी भर जाता है.
इलाके में नहीं है डिस्पेंसरी और बारात घर
मोहम्मद शकील ने अफसोस के साथ बताया कि कभी-कभी हमें ऐसा लगता है कि हम 100 साल पहले जी रहे हैं. हिंदुस्तान की राजधानी नहीं लगती, बल्कि ऐसा लगता है किसी पिछड़े इलाके में रहते हैं. हमारे इलाके के लोगों को कोई सरकारी सुविधा नहीं मिलती है. पूरे इलाके में स्कूल, डिस्पेंसरी और बारात घर नहीं है.
60 साल पहले आबाद हुई थी ये बस्ती
स्थानीय निवासी अमीरुद्दीन और अत्ताउल्लाह बताते हैं कि ये बस्ती करीब 60 साल पहले आबाद हुई थी. तब से आज तक ये पूरी तरह से पिछड़ी हुई है. एमएलए और कौन सर कभी इलाके का दौरा नहीं करते, वोट के लिए आते हैं. फिर उसके बाद आकर झांकते भी नहीं है.