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दुर्गा पूजा के लिए बनाया गया इको फ्रेंडली पंडाल, यहां सुनाई देंगे मन्ना डे के गाने

चितरंजन पार्क में दुर्गा पूजा समिति का पंडाल इको फ्रेंडली बनाया जा रहा है. ये पंडाल मशहूर गीतकार मन्ना डे और हेमंत कुमार की 100वीं जयंती के मौके पर उन्हें समर्पित किया गया है.

इको फ्रेंडली पंडाल ETV BHARAT
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Published : Sep 30, 2019, 12:27 PM IST

नई दिल्ली: दुर्गा पूजा की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है. वहीं दिल्ली के मिनी बंगाल कहे जाने वाले चितरंजन पार्क (सीआर पार्क) में इस बार की दुर्गा पूजा बहुत खास है.

दुर्गा पूजा के लिए बनाया गया इको फ्रेंडली पंडाल
इस बार को-ऑपरेटिव ग्राउंड दुर्गा पूजा समिति का पंडाल इको फ्रेंडली बनाया जा रहा है और यह पंडाल मशहूर गीतकार मन्ना डे और हेमंत कुमार की 100वीं जयंती के मौके पर उन्हें समर्पित किया गया है.

गीतकार मन्ना डे और हेमंत कुमार को समर्पित
वहीं को-ऑपरेटिव ग्राउंड दुर्गा पूजा समिति के सचिव कलोल आचार्य ने बताया कि इस बार पंडाल पूरी तरह से गीतकार मन्ना डे और हेमंत कुमार को समर्पित है. उन्होंने बताया कि वो इस साल इन दोनों महान गीतकारों की 100वीं जयंती मना रहे हैं. इन दोनों गीतकारों ने भारतीय सिनेमा में काफी योगदान दिया है.

पंडाल में सुनाई देंगे मन्ना डे के गीत
कलोल ने कहा कि पंडाल में हेमंत कुमार और मन्ना डे के जीवन के छोटे-छोटे पल भी लोगों को देखने को मिलेंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पंडाल के बीचों-बीच ग्रामोफोन भी लगाया जा रहा है. इस पंडाल को पूरी तरह से ऑडिटोरियम की तर्ज पर बनाया जा रहा है. कलोल ने बताया कि संस्कृतिक कार्यक्रम में भी मन्ना डे और हेमंत कुमार के मशहूर गीतों की भी झलक देखने को मिलेगी.

किसी भी तरह से नहीं किया गया प्लास्टिक का उपयोग
कलोल ने बताया कि पंडाल को बनाने के लिए विशेष रूप से पश्चिम बंगाल से कलाकार आए हैं. उन्होंने कहा कि ये पंडाल पूरी तरह से इको फ्रेंडली बनाया गया है और इसमें किसी भी तरह से प्लास्टिक की वस्तुओं का उपयोग नहीं किया गया है. साथ ही कहा कि मां दुर्गा की प्रतिमा गंगा मिट्टी, पराली, सूखी घास, फूल और इमली से रंग बनाकर उपयोग किया जा रहा है.

पंडाल में ही आर्टिफिशियल तालाब बनाया
वहीं कलोल ने बताया कि पंचमी के दिन विधिवत रूप से मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने के बाद लोगों के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा. उसके अलावा उन्होंने कहा कि इस बार पर्यावरण और प्रदूषित हो रही यमुना नदी को बचाने के लिए सभी ने मां का विसर्जन पंडाल में ही करने का निर्णय लिया है और इसके लिए पंडाल में ही आर्टिफिशियल तालाब बनाया गया है.

नई दिल्ली: दुर्गा पूजा की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है. वहीं दिल्ली के मिनी बंगाल कहे जाने वाले चितरंजन पार्क (सीआर पार्क) में इस बार की दुर्गा पूजा बहुत खास है.

दुर्गा पूजा के लिए बनाया गया इको फ्रेंडली पंडाल
इस बार को-ऑपरेटिव ग्राउंड दुर्गा पूजा समिति का पंडाल इको फ्रेंडली बनाया जा रहा है और यह पंडाल मशहूर गीतकार मन्ना डे और हेमंत कुमार की 100वीं जयंती के मौके पर उन्हें समर्पित किया गया है.

गीतकार मन्ना डे और हेमंत कुमार को समर्पित
वहीं को-ऑपरेटिव ग्राउंड दुर्गा पूजा समिति के सचिव कलोल आचार्य ने बताया कि इस बार पंडाल पूरी तरह से गीतकार मन्ना डे और हेमंत कुमार को समर्पित है. उन्होंने बताया कि वो इस साल इन दोनों महान गीतकारों की 100वीं जयंती मना रहे हैं. इन दोनों गीतकारों ने भारतीय सिनेमा में काफी योगदान दिया है.

पंडाल में सुनाई देंगे मन्ना डे के गीत
कलोल ने कहा कि पंडाल में हेमंत कुमार और मन्ना डे के जीवन के छोटे-छोटे पल भी लोगों को देखने को मिलेंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पंडाल के बीचों-बीच ग्रामोफोन भी लगाया जा रहा है. इस पंडाल को पूरी तरह से ऑडिटोरियम की तर्ज पर बनाया जा रहा है. कलोल ने बताया कि संस्कृतिक कार्यक्रम में भी मन्ना डे और हेमंत कुमार के मशहूर गीतों की भी झलक देखने को मिलेगी.

किसी भी तरह से नहीं किया गया प्लास्टिक का उपयोग
कलोल ने बताया कि पंडाल को बनाने के लिए विशेष रूप से पश्चिम बंगाल से कलाकार आए हैं. उन्होंने कहा कि ये पंडाल पूरी तरह से इको फ्रेंडली बनाया गया है और इसमें किसी भी तरह से प्लास्टिक की वस्तुओं का उपयोग नहीं किया गया है. साथ ही कहा कि मां दुर्गा की प्रतिमा गंगा मिट्टी, पराली, सूखी घास, फूल और इमली से रंग बनाकर उपयोग किया जा रहा है.

पंडाल में ही आर्टिफिशियल तालाब बनाया
वहीं कलोल ने बताया कि पंचमी के दिन विधिवत रूप से मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने के बाद लोगों के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा. उसके अलावा उन्होंने कहा कि इस बार पर्यावरण और प्रदूषित हो रही यमुना नदी को बचाने के लिए सभी ने मां का विसर्जन पंडाल में ही करने का निर्णय लिया है और इसके लिए पंडाल में ही आर्टिफिशियल तालाब बनाया गया है.

Intro:नई दिल्ली ।

दिल्ली में दुर्गा पूजा की तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है. वहीं मिनी बंगाल कहे जाने वाले चितरंजन पार्क ( सीआर पार्क ) में इस बार की दुर्गा पूजा बहुत खास है. इस बार को - ऑपरेटिव ग्राउंड दुर्गा पूजा समिति का पंडाल इको फ्रेंडली बनाया जा रहा है और यह पंडाल मशहूर गीतकार मन्ना डे और हेमंत कुमार की 100वीं जयंती के मौके पर उन्हें समर्पित किया गया है.


Body:वहीं को - ऑपरेटिव ग्राउंड दुर्गा पूजा समिति के सचिव कलोल आचार्य ने बताया कि इस बार पंडाल पूरी तरह से गीतकार मन्ना डे और हेमंत कुमार को समर्पित है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष इन दोनों महान गीतकारों 100वीं जयंती मना रहे हैं. साथ ही कहा कि इन दोनों गीतकारों ने भारतीय सिनेमा में काफी योगदान दिया है. कलोल ने कहा कि पंडाल में हेमंत कुमार और मन्ना डे के जीवन के छोटे-छोटे पल भी लोगों को देखने को मिलेंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पंडाल में उनके मशहूर गीत भी लोगों को सुनने को मिलेंगे. साथ ही कहा कि पंडाल के बीचों-बीच ग्रामोफोन भी लगाया जा रहा है और इस पंडाल को पूरी तरह से ऑडिटोरियम की तर्ज पर बनाया जा रहा है. कलोल ने बताया कि संस्कृतिक कार्यक्रम में भी मन्ना डे और हेमंत कुमार के मशहूर गीतों की भी झलक देखने को मिलेगी.


वहीं कलोल ने बताया कि पंडाल को बनाने के लिए विशेष रुप से पश्चिम बंगाल से कलाकार आए हैं. उन्होंने कहा कि यह पंडाल पूरी तरह से इको फ्रेंडली बनाया गया है और इसमें किसी भी तरह से प्लास्टिक की वस्तुओं का उपयोग नहीं किया गया है. साथ ही कहा कि मां दुर्गा की प्रतिमा गंगा मिट्टी, पराली, सूखी घास, फूल और इमली से रंग बनाकर उपयोग किया जा रहा है.


Conclusion:वहीं कलोल ने बताया कि पंचमी के दिन विधिवत रूप से मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने के बाद लोगों के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा. उसके अलावा उन्होंने कहा कि इस बार पर्यावरण और प्रदूषित हो रही यमुना नदी को बचाने के लिए सभी ने मां का विसर्जन पंडाल में ही करने का निर्णय लिया है और इसके लिए पंडाल में ही आर्टिफिशियल तालाब बनाया गया है.
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