नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया. करोल बाग के गफ्फार मार्केट में डीसीपी श्वेता चौहान के नेतृत्व में बुधवार को मॉक ड्रिल किया गया. इसमें दिल्ली पुलिस के कर्मचारियों के साथ स्पेशल सेल, पीसीआर वैन, क्राइम ब्रांच, डॉग स्क्वाड, बम स्क्वाड, दमकल विभाग, कैट एंबुलेंस, ट्रैफिक पुलिस के अलावा सिविल डिफेंस के कर्मचारी शामिल हुए.
सेंट्रल दिल्ली के डीसीपी श्वेता चौहान ने बताया कि गणतंत्र दिवस को देखते हुए दिल्ली पुलिस की तरफ से मॉक ड्रिल की गई है. दिल्ली के करोल बाग के गफ्फार मार्केट में की गई मॉक ड्रिल का मेन उद्देश्य यही था कि अगर कोई अनहोनी होती है तो हम कैसे उस पर काबू पा सकते हैं. अगर आतंकवादी किसी घटना को अंजाम देते हैं, तो किस तरह से दिल्ली पुलिस इस पर कंट्रोल करती है. इस मॉक ड्रिल में दिल्ली पुलिस के साथ ट्रैफिक पुलिस, फायर ब्रिगेड, बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वाड, स्पेशल सेल ,क्राइम ब्रांच, कैट एंबुलेंस की टीम भी शामिल हुई और सिविल डिफेंस के कर्मचारी भी इस मॉडल में शामिल हुए.
गणतंत्र दिवस की सुरक्षा के लिहाज से किसी आतंकी गतिविधि से मुकाबला करने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन समय-समय पर दिल्ली पुलिस की तरफ से किया जाता है. गणतंत्र दिवस से पहले दिल्ली में आतंकी अलर्ट को लेकर सुरक्षा का जायजा लेने के लिए बुधवार को मॉक ड्रिल की गई. आतंकी हमले की स्थिति में सुरक्षा एजेंसियां अपनी तैयारी का जायजा लेने के लिए समय-समय पर मॉक ड्रिल करती रहती हैं.
राजौरी गार्डन के मॉल में किया गया मॉक ड्रिल
राजधानी में पिछले कुछ समय में भूकंप के कई बार झटके आए. इसको लेकर अलग-अलग एजेंसियों की नींद भी उड़ गई है. यही वजह है की किसी भी आपात स्थिति के समय जान माल के नुकसान को कम से कम करने के लिए एजेंसियां अलर्ट मोड में आ गई हैं और मॉक ड्रिल का आयोजन कर रही हैं. वेस्ट जिले में डीडीएमए की तरफ से ऐसे ही एक मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसका मकसद किसी भी आपदा के वक्त काम आने वाली तमाम एजेंसियों की तत्परता और सतर्कता को परखा जा सके.
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