नई दिल्ली: पंजाब के पूर्व विधायक दीप मल्होत्रा के पंजाबी बाग स्थित घर पर हुई फायरिंग मामले में क्राइम ब्रांच की टीम ने लॉरेंस बिश्नोई व गोल्डी बराड़ गैंग के 2 शार्प शूटर को गिरफ्तार किया है. स्पेशल सीपी क्राइम ब्रांच रविंदर यादव ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज, टेक्निकल सर्विलांस और CDR डिटेल के साथ डंप डेटा की मदद से आरोपियों का पता लगाया गया. गिरफ्तार शूटरों की पहचान आकाश कासा और नितेश के रूप में हुई है. दोनों हरियाणा के सोनीपत और चरखी दादरी इलाके के रहने वाले हैं.
पुलिस के अनुसार, दोनों बदमाशों को जानकारी नहीं थी, की वह किस शख्स के घर के बाहर फायरिंग करने जा रहे हैं. यह दोनों आपस में एक दूसरे को पहले जानते भी नहीं थे. पिस्टल का इंतजाम, जिस बाइक पर सवार होकर वारदात को अंजाम देने गए थे. उस बाइक का इंतजाम किसी और ने किया था. इनको आगे से इंस्ट्रक्शन मिलता गया, और जगह-जगह पर इन्हें समान मुहैया कराई गई. पकड़े गए दोनों शूटर को कुछ दिन पहले ही आपस में मिलवाया गया था. फिर इन्होंने तीन दिसंबर को साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया.
गौरतलब है कि शराब कारोबारी दीप मल्होत्रा का पंजाब में बड़ा बिजनेस है. कुछ समय पहले पंजाब में उसके वाइन शॉप पर आग लगाई थी. उसके बाद अब दीप मल्होत्रा की दिल्ली वाले घर को टारगेट किया गया. मकसद गैंग का था किसी तरह दीप मल्होत्रा से एक्सटॉर्शन मनी मांगी जाए. आकाश पर सोनीपत से कई मुकदमे दर्ज हैं, जबकि नितेश उर्फ निखिल चरखी दादरी का है. गैंगस्टर बनने की इच्छुकता को लेकर लॉरेंस गैंग में दाखिल हुए थे. आकाश ग्रेजुएशन की पढ़ाई छोड़कर क्राइम में इन्वॉल्व हुआ. जबकि, नितेश 12वीं की पढ़ाई कंप्लीट करके जरायम की दुनिया में एंट्री लिया.
स्पेशल सीपी के अनुसार, डीसीपी अमित गोयल की देखरेख में एसीपी उमेश भर्तवाल की टीम ने इन दोनों शूटरों को गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है. क्राइम ब्रांच की टीम ने इस मामले को वेस्ट डिस्ट्रिक्ट के पंजाबी बाग से ट्रांसफर कर लिया है. आगे भी इसमें छानबीन क्राइम ब्रांच ही करेगी.