नई दिल्ली : दक्षिणी दिल्ली के मैदान गढ़ी थाने की पुलिस टीम ने तीन ऐसे शातिर ठगों को गिरफ्तार (delhi police arrested) किया है जो लोगों के साथ धोखाधड़ी की वारदात करते थे. ये आरोपी लोगों को बहला-फुसलाकर कागजों का बंडल दिखाकर उनके साथ ठगी को अंजाम देते थे. गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 900 रियाल मुद्रा और कागज के बंडल वाला एक बैग बरामद किया गया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोहम्मद मंजर, राजेश आलम और नाजिम आलम के रूप में की गई है. ये आरोपी गद्दीबाज गिरोह के सदस्य बताए जा रहे हैं.
ये भी पढ़ें :-लापता पूर्व फौजी ने खुद रची थी अपनी किडनैपिंग की साजिश, पुलिस ने किया खुलासा
महरौली क्षेत्र से धोखाधड़ी की आ रही थीं शिकायतें :दक्षिणी दिल्ली जिला पुलिस के डीसीपी चंदन चौधरी ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि महरौली क्षेत्र में लोगों के साथ कुछ लोगों द्वारा धोखाधड़ी करने की शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही थीं. ऐसे अपराधियों को पकड़ने के लिए और उन पर नकेल कसने के लिए एसीपी विनोद नारंग ने मैदान गढ़ी थाने के एसएचओ राजीव कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया, जिसमें संजय कॉलोनी चौकी इंचार्ज इंस्पेक्टर मई चौधरी, एएसआई संदीप, हेड कांस्टेबल कुलबीर, श्रीराम, मनजीत और धर्मेंद्र को शामिल किया गया.
कश्मीरी गेट के पास से हुए गिरफ्तार : जांच के दौरान टीम ने शुरुआत में जानकारी जुटाई और पिछली घटनाओं के सीसीटीवी फुटेज खंगाले. पिछले मामलों के पीड़ितों से संपर्क किया और अपनाई गई धोखाधड़ी के तौर तरीके के बारे में सुराग पाने के लिए जनता से पूछताछ की. स्थानीय सूत्रों को भी सक्रिय कर दिया गया और लगभग 15-20 दिनों तक लगातार इस ग्रुप पर टीम ने काम किया. जेल जमानत पर रिहा हुए आरोपियों पर भी निगरानी रखी गई. इसके साथ ही एक सूची भी तैयार की गई. काफी छानबीन करने के बाद सीसीटीवी फुटेज और इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की जांच के आधार पर टीम ने काफी साक्ष्य जुटाए. इस टीम को एक गुप्त सूचना मिली कि इस तरह के धोखेबाज आईएसबीटी कश्मीरी गेट के पास आएंगे. सूचना को तुरंत और विकसित किया गया और एक जाल बिछाकर कुछ देर बाद आईएसबीटी बस अड्डे से तीन ठगों को गिरफ्तार कर लिया जिनकी पहचान मोहम्मद मंजर , राजेश आलम और नाजिम आलम के रूप में हुई. तलाशी लेने पर आरोपी के पास से कागज की गड्डियों से भरा बैग बरामद किया गया.
मिले 900 रियाल और कागज के बंडल : आरोपी राजेश आलम की तलाशी लेने पर 900 रियाल मुद्रा मिली. ये सऊदी अरब की मुद्रा है. पूछताछ करने पर आरोपियों ने खुलासा किया कि वह निर्दोष लोगों को निशाना बनाते थे. असली रियाल के साथ ही नोटों के आकार के कागजों का एक बंडल ले जाते थे और विदेशी मुद्रा को बंडल के ऊपर रखे थे और इसी प्रकार लोग उनकी बातों में फंस जाते थे और उनको भ्रमित कर असली पैसे मिलने के बाद ये मौके से फरार हो जाते थे. फिलहाल इस मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है.
ये भी पढ़ें :-दिल्ली में तीन हत्याओं के अपराधी को क्राइम ब्रांच ने दबोचा, रोहिणी जेल में भी कर चुका है कैदी की हत्या