नई दिल्ली: दक्षिण दिल्ली के असोला इलाके से पुलिस ने एक तस्कर को गिरफ्तार किया है जो चंदन की लकड़ी की तस्करी करता था. पुलिस ने आरोपी के पास से 571 किलो चंदन की लकड़ी बरामद की है. जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग दो करोड़ रुपये बताई जा रही है.
गिरफ्तार आरोपी की पहचान अमित वर्मा के रूप में की गई है. ये शख्स कर्नाटक से चंदन के लकड़ी की तस्करी कर चीन भेजता था. अंतरराष्ट्रीय बाजार में पहुंचते ही इसकी कीमत चार गुणा बढ़ जाती है.
4500 किलो लकड़ी बरामद
डीसीपी जी. रामगोपाल नाइक ने बताया कि सितंबर माह में क्राइम ब्रांच की टीम ने तमिलनाडु से चंदन की तस्करी करने वाले एक गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था. इनके पास से करोड़ों रुपये की कीमत की 4500 किलो चंदन की लकड़ी बरामद की गई थी, जो वे ट्रक में छिपाकर लाए थे. इसके बाद से ही पुलिस की एक टीम लगातार इनसे जुड़े तस्करों पर नजर बनाए हुई थी ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके.
असोला गोदाम पर मारा छापा
हाल ही में क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि अमित वर्मा नाम का शख्स चंदन की लकड़ी तस्करी कर चीन भेजता है, जिसने असोला के एक गोदाम में लकड़ी छिपा रखी है. जानकारी के बाद पुलिस टीम ने छापा मारकर गोदाम में रखी 571 किलो चंदन की लकड़ी जब्त कर ली.
साथ ही वहां मौजूद अमित वर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. वो दार्जीलिंग का रहने वाला है. असोला में उसने चंदन की लकड़ी छिपाने के लिए गोदाम किराए पर ले रखा था.
नेपाल के रास्ते चीन जाती है चंदन की लकड़ी
मामले में अमित वर्मा ने पुलिस को बताया कि उसने चंदन की लकड़ी कर्नाटक से मंगवाकर असोला में छिपाकर रखी थी. अमित इसके खरीदार का इंतजार कर रहा था. उसने पुलिस को बताया कि चंदन की लकड़ी को वो चीन भेजता है. दिल्ली से पहले इसे नेपाल भेजा जाता है और वहां से ये चीन जाती है.
भारतीय बाजार में बरामद लकड़ी की कीमत लगभग 50 लाख रुपये बताई जा रही है, लेकिन चीन पहुंचने पर इसकी कीमत लगभग दो करोड़ रुपये हो जाती है. वहां पर इसकी काफी मांग है. उसने पुलिस को बताया कि वो काफी समय से चंदन की तस्करी में लिप्त है. पुलिस इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है.