नई दिल्ली: देशभर में कश्मीरियों के साथ हो रहे भेदभाव के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. ऐसा ही एक मामला देश की राजधानी दिल्ली में सामने आया है. जहां एक कश्मीरी युवक को जसोला विहार के एक होटल ने कमरा देने से इनकार कर दिया है, जबकि युवक ने पहले से ही कमरा बुक कर रखा था.
आयोग ने इस मामले पर मांगा जवाब
बता दें कि यह मामला सामने आने के बाद दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग ने ओयो को नोटिस जारी कर 4 सितंबर तक जवाब मांगा है. आयोग ने ओयो को जारी किए नोटिस में पूछा है कि युवक के साथ यह भेदभाव क्यों होने दिया गया? होटल के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है? साथ ही आयोग ने पूछा कि कश्मीरी युवक के साथ होटल द्वारा किए गए भेदभाव पर ओयो द्वारा क्या युवक को मुआवजा दिया गया है कि नहीं.
इस मामले को लेकर ईटीवी भारत ने दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डॉ. जफरुल इस्लाम खान से बातचीत की. उन्होंने बताया कि एक कश्मीरी युवक ने जसोला विहार में ओयो से संबंधित होटल में बुकिंग कराई थी लेकिन जब कश्मीरी युवक कमरा लेने के के लिए होटल पहुंचा तो तब वहां उससे पहचान पत्र मांगा गया, जिससे मालूम हुआ कि युवक कश्मीरी मुसलमान है. पहचान के आधार पर होटल द्वारा कश्मीरी युवक को होटल में कमरा देने से इनकार कर दिया गया क्योंकि होटल को ऐसा करने का निर्देश दिया गया था.
'जवाब से संतुष्ट नहीं तो कार्रवाई की जाएगी'
उन्होंने बताया कि 21 अगस्त को मामला दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के संज्ञान में आया था. जिसके तुरंत बाद ही आयोग ने ओयो को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. साथ ही दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग का कहना है कि ओयो रुम द्वारा दिए गए जवाब से अगर आयोग संतुष्ट नहीं होता है तो ओयो रुम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.