नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में इस बार श्री केशव रामलीला कमेटी द्वारा खास रामलीला का मंच तैयार किया गया है. इसको देखने के लिए लोग उत्साहित नजर आए. रामलीला में लोगों को हर दिन संपूर्ण रामायण दिखाई गई. इस मौके पर तमाम राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस डीडीए ग्राउंड में हो रही रामलीला में शिरकत की. नवमी के दिन मुख्य अतिथि के तौर पर दिल्ली विधानसभा के स्पीकर रामनिवास गोयल ने भी श्री कैलाश रामलीला कमेटी के द्वारा आयोजित रामलीला में हिस्सा लिया.
रामलीला मैं वैसे तो कई खास बातें हैं, लेकिन इस रामलीला और भी खास बनाया "राम-आदर्श सम्मान" ने. राम आदर्श सम्मान इस रामलीला की एक अद्भुत पहल रही. इसके अंतर्गत राम के आदर्श पर चलने वाले नौ लोगों को चयनित कर मंच पर सम्मानित किया गया. इस बार रामलीला में चार पुतले बनाए गए हैं रावण, मेघनाथ, कुंभकरण और चौथा पुतला सनातन धर्म के विरोधियों का पुतला बनाया गया है.
रामलीला की दूसरी मुख्य बात इस रामलीला के मंचन को देश की राजधानी दिल्ली में हुए जी-20 सम्मेलन की तर्ज पर भारत मंडपम थीम को प्रदर्शित किया गया है. और इस रामलीला में कई सारे इंटरनेशनल कलाकारों को भी बुलाया गया है. श्री केशव रामलीला कमेटी द्वारा आयोजित इस रामलीला में लगभग 9 दिन के अंदर कई लाख लोगों ने रामलीला देखी. नवमी के दिन भी भारी संख्या में लोग संपूर्ण रामायण को देखने के लिए आए. वहीं, रामलीला के मुख्य आयोजक अशोक गोयल देवराहा ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हम सनातन धर्म के बारे में लोगों को जागरूक करें बच्चे और युवाओं को सनातन धर्म से अवगत कराएं .
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