नई दिल्ली: दक्षिण दिल्ली एसडीएम कार्यालय में हर रोज सैंकड़ों लोग जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र और आवासीय प्रमाण प्रमाण पत्र बनवाने और जानकारी जुटाने के लिए पहुंचते हैं. लेकिन एसडीएम कार्यालय में पहुंचने से पहले कोरोना टेस्ट करवाना पड़ता है. इसके लिए एक अलग लाइन लगती है. इस लाइन से निकलने के बाद एक बार फिर टेस्ट रिपोर्ट लेने के लिए लाइन में लगना पड़ता है.
एसडीएम ऑफिस में लग रही लंबी लाइन
जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए वैभव सैनी सुबह साढ़े सात बजे एसडीएम कार्यालय पहुंचे. सबसे पहले उन्हें एसडीएम कार्यालय के बाहर लंबी लाइन में लगना पड़ा. सुबह नौ बजे गेट खुला तो 9.30 बजे तक वह एसडीएम कार्यालय में प्रवेश कर गये. वहां कोरोना जांच के लिए एक और बड़ी लंबी लाइन लगी थी.
उस लाइन में भी काफी देर तक लगे रहे. जब उनके धैर्य की सीमा खत्म हो गई तो वह उस काउंटर की तरफ बढ़ कर यह देखने गए कि मामला क्या है जो लाइन सिर्फ लंबी होती जा रही है और काम कुछ हो ही नहीं रहा है. वहां उन्हें बताया गया कि कोरोना टेस्ट की किट्स वहां पहुंची ही नहीं है.
उन्हें जैसे ही यह मालूम हुआ वह निराश और नाराज होकर बाहर निकल आए. आय प्रमाण पत्र बनवाने आये वैभव सैनी दो घंटे लाइन में लगने के बाद और देरी होता देख घर वापस चले आए.
जबरदस्ती कराया जा रहा कोरोना टेस्ट
वैभव ने बताया कि ऐसा कोई भी डिपार्टमेंट नहीं है जहां जबरदस्ती पकड़-पकड़ कर कर कोरोना टेस्ट कराया जा रहा है. इस पूरी प्रक्रिया में 2 घंटे से ज्यादा वक्त लग रहा है. इसकी वजह से लोगों को ज्यादा परेशानी हो रही है. लाडो सराय निवासी अमृतलाल ने बताया कि उनकी बेटी की स्कूल में जाति प्रमाण पत्र मंगाया गया.
इसलिए वह एसडीएम कार्यालय आए हैं, लेकिन यहां आते ही उन्हें कोरोना टेस्ट करने के लिए लाइन में लगा दिया गया. बताया गया है रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही वह हमें किसी काउंटर पर खड़े होने देंगे. लोगों का कहना है कि अब वैक्सीन भी आ गई है. कोरोना के मामले अब 100 से भी नीचे आ गए हैं तो जबरदस्ती कोरोना टेस्ट की क्या जरूरत है.
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