नई दिल्ली: पिछले दिनों साउथ एमसीडी की सदन की बैठक में पास किए गए प्रोफेशनल टैक्स के प्रस्ताव पर कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है. कांग्रेस दल के नेता अभिषेक दत्त के मुताबिक, आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी की मिलीभगत से सदन में इस प्रस्ताव को पास किया गया.
उन्होंने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी सदन से वाकआउट नहीं करती तो इस प्रस्ताव पर वोटिंग होती. वोटिंग में ये प्रस्ताव रिजेक्ट हो जाता, क्योंकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों के साथ-साथ भाजपा के कुछ चुनिंदा पार्षदों को छोड़ बाकी पार्षद इस बिल के समर्थन में नहीं थे.
'AAP के चाहने से ही ये प्रस्ताव सदन में पास हुआ'
ईटीवी भारत से खास बातचीत में साउथ एमसीडी में कांग्रेस दल के नेता और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष अभिषेक दत्त ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के चाहने से ही ये प्रस्ताव सदन में पास हुआ है. आम आदमी पार्टी के पार्षदों से ये कई बार कहा गया था कि विरोध कीजिए, लेकिन सदन से वाकआउट मत कीजिए. ऐसा करने से भाजपा मजबूत हो जाएगी. लेकिन आम आदमी पार्टी के पार्षद नहीं माने.
दत्त ने कहा कि वर्कआउट करते ही आम आदमी पार्षदों की संख्या सदन में मौजूद कुल पार्षदों की संख्या से हट गई और भाजपा ने बहुमत से इस प्रस्ताव को पास कर दिया. इसके पीछे का गणित समझाते हुए अभिषेक कहते हैं कि सदन में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के 15-15 पार्षद थे.
निर्दलीयों की संख्या 6 है. वहीं भाजपा में कुछ पार्षद ऐसे थे जो प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता के समझाने के बाद प्रोफेशनल टैक्स का विरोध कर रहे थे. इन पार्षदों की संख्या 25-30 के आसपास थी. जब हाथ उठाकर कई पार्षदों से इसपर राय पूछी गई तो हाथ उठाए गए थे. इससे पहले कि वोटिंग होती आम आदमी पार्टी वॉकआउट कर गई और प्रस्ताव पास हो गया.
दत्त कहते हैं कि अब गेम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास है. अगर वो चाहे तो इस प्रस्ताव को वापस करवा सकते हैं. कांग्रेस इसका विरोध कर रही थी और लगातार करती रहेगी. अभिषेक कहते हैं कि वो किसी ऐसे प्रस्ताव के समर्थन में कतई नहीं है. जिससे दिल्ली के लोगों पर आर्थिक बोझ बढ़ जाए.