नई दिल्ली: दिल्ली के साउथ वेस्ट की स्नैचिंग सेल ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जिसकी तीन ब्रांच काम कर रही थी. पहली ब्रांच मोबाइल फोन चोरी, झपटमारी और लूट किया करती थी. दूसरी उन्हीं फोन को खरीदकर उनके लॉक तोड़ा करती थी. जबकि, तीसरी ब्रांच उन्हीं फोन को खरीदकर नेपाल और बांग्लादेश में बेचा करती थी. गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है.
गैंग के दोनों गिरफ्तार आरोपी गाजियाबाद के रहने वाले हैं. दोनों आरोपी सुधीर जिसकी उम्र 38 साल और मोनू 29 साल का है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन लूटे गए फोन का इस्तेमाल दोनों देशों में गांव एरिया में हो रहा है. पुलिस यह भी आशंका जता रही है कि इन फोन का इस्तेमाल आतंकवादी और गैंगस्टर अपनी योजनाओं को अंजाम देने के लिये करते होंगे. बांग्लादेश की सीमाएं जिस तरह से पाकिस्तान से भी मिलती है. वहां भी इन लूटे गए फोन को बांग्लादेश भेजे जाने का शक है.
जानकारी के मुताबिक, बीते 21 नवंबर को साउथ कैंपस में आईफोन छीनने की एफआईआर दर्ज हुई थी. जिला की स्नैचिंग सेल की टीम भी मामले की जांच कर रही थी. शुरुआती जांच में शिकायतकर्ता अक्षत खन्ना से पता चला कि वह एक ऑटो रिक्शा में यात्रा कर रहा था. तभी बाइक पर दो लड़के पीछे से आए और उसका फोन छीन कर फरार हो गए. जब उसने अपने फोन में लगे ट्रैकर से फोन की लोकेशन देखी. वह लोनी, गाजियाबाद में थी, जो मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान थी.
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पुलिस उपायुक्त मनोज सी ने कहा कि छीने गए आईफोन 14 और चोरी किए गए 53 अन्य फोन बरामद कर लिए गए हैं. दुकान मालिक सुधीर ने बताया कि मोनू और उसके भाई राहुल ने उन्हें ये मोबाइल फोन अनलॉक करने के लिए दिए थे. जांच के दौरान मोनू को पकड़ लिया गया और उसके घर से 99 मोबाइल फोन और एक रजिस्टर बरामद किया गया.
रजिस्टर में चोरी हुए मोबाइलों का दस्तावेजीकरण किया गया. इसमें तारीखें, प्रत्येक चोर से प्राप्त फोन की संख्या और भुगतान की गई राशि शामिल थी. पूछताछ करने पर आरोपी मोनू ने बताया कि उसने और उसके भाई ने कथित स्नैचरों यूसुफ, विनय, फुरकान, गोलू, अमजद और अन्य से चोरी के मोबाइल फोन खरीदे थे. उसने ये फोन अनलॉक करने के लिए सुधीर को दिए थे.
जबकि, राहुल चोरी के फोन नेपाल और बांग्लादेश भेजता था. पुलिस ने कहा कि सुधीर पहले खजूरी खास से हुई चोरी के चार मामलों में शामिल था. मोनू चोरी के मोबाइल फोन का रिसीवर है और राहुल का आपराधिक रिकॉर्ड है. राहुल और स्नैचरों को पकड़ने के लिए कई टीमों का गठन किया गया है. इन गिरफ्तारियों से पुलिस ने मोबाइल चोरी, झपटमारी और फोन खोने के 60 मामले सुलझाने का दावा किया है.
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