नई दिल्ली: दिल्ली के ऑक्सफोर्ड बुक स्टाल में रविवार को एक किताब को प्रकाशित किया गया. इस किताब को मोहित चौबे ने लिखा है. किताब की खास बात ये है कि इसे लिखने वाले एक एथलीट रहे हैं और वह एक सफल बिजमैसमेन भी हैं. इस किताब को फिलहाल अंग्रेजी में लिखा गया है. किताब का नाम है 1000 KM to Leadership है. मोहित चौबे ने इस किताब में अपने सफर और यात्रा का जिक्र किया है, कैसे लोग अगर मन में ठान ले तो सब कुछ हो सकता है .
किताब में दौड़ और अपने सफर के बारे में सब कुछ लिखा
मोहित चौबे ने बताया कि वह बहुत समय तक धावक रहे हैं. उन्होंने अफ्रीका में आयोजित विश्व की सबसे बड़ी मैराथन 90 किलोमीटर दौड़ को सिर्फ 12 घंटे में जीता था. ये दौड़ अफ्रीका की पहाड़ियों में आयोजित की गई थी. उन्होंने कहा कि मेरी इस किताब में दौड़ और मेरे सफर के बारे में सब कुछ लिखा है कि कैसे मैंने इतनी बड़ी रैस को जीता. इसके साथ ही में एक कॉपरेट लीडर भी हूं इसके बारे में भी मैंने इस किताब में जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि अगर आपको सफल बनना है तो आपको पहले अपने मन में ठान लेना चाहिए कि आपको क्या बनना है. ऐसा नहीं कि आप ये भी सोचे में ये बन जाऊं या ये बन जाऊं, अगर आपको जिंदगी में सफल बनना है तो आपको एक लाइन चुननी पड़ेगी.
जिंदगी में कोई काम कठिन या सरल नहीं होता
अगर इंसान अपने ऊपर पूर्ण रूप से विश्वास करे तो हरएक काम कर सकता है. जिंदगी में कोई काम कठिन या सरल नहीं होता उसे सरल हमें बनना पड़ता है. मोहित चौबे ने इस किताब को लिखने का मकसद भी बताया कि कैसे उनके दिमाग में ये आइडिया आया. उन्होंने बताया कि ये किताब मैं काफी दिनों से लिखना चाहता था, पर अब ये किताब मैंने लिखी है. उन्होंने बताया कि इसके लिए मैंने साल कई साल मेहनत की और एक सफल एथलीट के साथ एक सफल कॉर्पोरेट लीडर बनना मेरे लिए आसान नहीं था, लेकिन मेरे जूनून और जज्बे ने मुझे ये मुकाम हासिल कराया है.