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APJ स्कूल पर श्मशान भूमि कब्जाने का आरोप, स्थानीय लोगों और RWA ने की बैठक - सोमनाथ भारती

श्मशान भूमि की जमीन कब्जाने के मामले में आज मालवीय नगर क्षेत्र के आर्य समाज मंदिर मे एक बैठक की गई. मीटिंग में विधायक सोमनाथ भारती ने लोगों को आश्वासन दिया है कि वह इस तरह से श्मशान भूमि की जगह को जनता के हाथ से नहीं जाने देंगे इसके लिए वह कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है

Meeting on the cremation land capture case
शमशान भूमि कब्जा मामले को लेकर बैठक
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Published : Nov 29, 2020, 6:53 PM IST

नई दिल्ली: मालवीय नगर क्षेत्र में एपीजे स्कूल पर श्मशान की भूमि को कब्जाने का आरोप लगा है. श्मशान भूमि की जमीन कब्जाने के मामले में आज मालवीय नगर क्षेत्र के आर्य समाज मंदिर मे एक बैठक कि गई. इस बैठक में मालवीय नगर के विधायक सोमनाथ भारती के साथ क्षेत्र के अलग-अलग जगहों से आए स्थानीय निवासी और आरडब्लूए के सदस्य भी मौजूद रहे .

शमशान भूमि कब्जा मामले को लेकर बैठक

इस मीटिंग में अलग अलग जगहों से आए बुजुर्ग और आरडब्लूए के स्थायीय सदस्यों ने विधायक सोमनाथ भारती के सामने अपनी समस्यों को रखा. जिसके बाद विधायक सोमनाथ भारती ने इन लोगों को आश्वासन दिया है कि वह इस तरह से श्मशान भूमि की जगह को जनता के हाथ से नहीं जाने देंगे इसके लिए वह कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं.

जमीन पर फंसा कानूनी पेंच

विधायक सोमनाथ भारती ने बताया कि ये मामला काफी पुराना है. इस मामले को करीब 40-45 साल बीत चुके हैं. यह मामला कोर्ट में लंबित है. अभी हाल ही में श्मशान भूमि के सदस्य इसे कोर्ट में हार चुके हैं, लेकिन इसमें कुछ कानूनी पेच भी हैं. जिससे ये लोग अभी भी इसे जीत सकते हैं.

पहले तो एपीजे स्कूल को जो लेंड एलॉट की गई थी, वह 8 एकड़ थी. लेकिन इस जगह पर सिर्फ 6 एकड़ भूमि है. इसके लिए डीडीए ने एपीजे स्कूल के लिए अगल से जमीन देने की व्यवस्था की गई थी. लेकिन इन लोगों की नीयत साफ नहीं है, इसलिए इन लोगों ने श्मशान भूमि को कब्जाने का काम कर रहे हैं.

अब जो दिल्ली में नए मास्टर प्लान के मुताबित एक हायर सीनियर सेकेंडरी स्कूल को सिर्फ दो एकड़ जमीन ही मिल सकती है. लेकिन जो हमारा मुद्दा है कि डीडीए इस 1.5 एकड़ जमीन को एसडीएमसी को दे, फिर इसके बाद एसडीएमसी इसे शमशान सुधार समिति को सौंप सकती है. इसके बाद इस श्मशान भूमि की जमीन को बचाया जा सकता है.

आरडब्लूए के सदस्यों की मांग

इस मीटिंग में आए अलग अलग-जगहों से आरडब्लूए के सदस्यों का कहना है कि अगर इस तरह से श्मशान की भूमि को एपीजे स्कूल कब्जा लेगा, तो फिर हमारे इलाके लोग कहां जाएंगे. क्योंकि इस शमशान भूमि के लिए कई अलग-अलग इलाके के लोग यहां पर शव का अंतिम संस्कार करने के लिए आते हैं.

नई दिल्ली: मालवीय नगर क्षेत्र में एपीजे स्कूल पर श्मशान की भूमि को कब्जाने का आरोप लगा है. श्मशान भूमि की जमीन कब्जाने के मामले में आज मालवीय नगर क्षेत्र के आर्य समाज मंदिर मे एक बैठक कि गई. इस बैठक में मालवीय नगर के विधायक सोमनाथ भारती के साथ क्षेत्र के अलग-अलग जगहों से आए स्थानीय निवासी और आरडब्लूए के सदस्य भी मौजूद रहे .

शमशान भूमि कब्जा मामले को लेकर बैठक

इस मीटिंग में अलग अलग जगहों से आए बुजुर्ग और आरडब्लूए के स्थायीय सदस्यों ने विधायक सोमनाथ भारती के सामने अपनी समस्यों को रखा. जिसके बाद विधायक सोमनाथ भारती ने इन लोगों को आश्वासन दिया है कि वह इस तरह से श्मशान भूमि की जगह को जनता के हाथ से नहीं जाने देंगे इसके लिए वह कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं.

जमीन पर फंसा कानूनी पेंच

विधायक सोमनाथ भारती ने बताया कि ये मामला काफी पुराना है. इस मामले को करीब 40-45 साल बीत चुके हैं. यह मामला कोर्ट में लंबित है. अभी हाल ही में श्मशान भूमि के सदस्य इसे कोर्ट में हार चुके हैं, लेकिन इसमें कुछ कानूनी पेच भी हैं. जिससे ये लोग अभी भी इसे जीत सकते हैं.

पहले तो एपीजे स्कूल को जो लेंड एलॉट की गई थी, वह 8 एकड़ थी. लेकिन इस जगह पर सिर्फ 6 एकड़ भूमि है. इसके लिए डीडीए ने एपीजे स्कूल के लिए अगल से जमीन देने की व्यवस्था की गई थी. लेकिन इन लोगों की नीयत साफ नहीं है, इसलिए इन लोगों ने श्मशान भूमि को कब्जाने का काम कर रहे हैं.

अब जो दिल्ली में नए मास्टर प्लान के मुताबित एक हायर सीनियर सेकेंडरी स्कूल को सिर्फ दो एकड़ जमीन ही मिल सकती है. लेकिन जो हमारा मुद्दा है कि डीडीए इस 1.5 एकड़ जमीन को एसडीएमसी को दे, फिर इसके बाद एसडीएमसी इसे शमशान सुधार समिति को सौंप सकती है. इसके बाद इस श्मशान भूमि की जमीन को बचाया जा सकता है.

आरडब्लूए के सदस्यों की मांग

इस मीटिंग में आए अलग अलग-जगहों से आरडब्लूए के सदस्यों का कहना है कि अगर इस तरह से श्मशान की भूमि को एपीजे स्कूल कब्जा लेगा, तो फिर हमारे इलाके लोग कहां जाएंगे. क्योंकि इस शमशान भूमि के लिए कई अलग-अलग इलाके के लोग यहां पर शव का अंतिम संस्कार करने के लिए आते हैं.

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