नई दिल्ली: दक्षिण पश्चिम दिल्ली की एंटी स्नैचिंग सेल की पुलिस टीम ने एक ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसके सदस्य पहले मोबाइल स्नैचिंग और लूट की वारदातों को अंजाम देते थे और फिर उनके असली पार्ट्स को अलग कर बेच दिया करते थे. उनकी नजर विशेष रूप से आईफोन पर हुआ करती थी. ये शातिर बदमाश चोरी के फोन का मदरबोर्ड बदलकर उसमें चाइनीज मदरबोर्ड लगा देते थे. इससे चोरी के फोन का आईएमईआई नंबर बदल जाता था, जिससे वह ट्रैक नहीं हो सकता था.
इन बदमाशों ने करोलबाग के गफ्फार मार्केट में अपना वेयर हाउस बना रखा था, जिसमें फोन को डिसमेंटल किए जाने और पैकिंग कर देशभर में सप्लाई करने का काम किया जाता था. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अक्षय उर्फ कालू (22), भारत उर्फ नितिन उर्फ पवन (23), आशीष कुमार उर्फ गबरू (20), अर्जुन शंकर (25) और रजत राणा (28) के रूप में हुई है. पुलिस ने इनके कब्जे से 50 आईफोन, 56 आईफोन सिम ट्रे और आईफोन के बहुत सारे स्पेयर पार्ट्स के साथ स्नैचिंग और चोरी की वारदातों में उपयोग की गई बाइक बरामद की है. पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी से मोबाइल चोरी के 75 मामलों को सुलझाने का भी दावा किया है.
डीसीपी मनोज सी ने बताया कि, जिले में स्नैचिंग पर रोक लगाने और बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए एंटी स्नैचिंग सेल की टीम लगातार काम कर रही है. इसके लिए टीम टेक्निकल और मैनुअल दोनों तरीके अपना रही है. टीम ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगालने और चोरी हुए मोबाइल को सर्विलांस पर लेकर ट्रैक करने की कोशिश करती रहती है. इसी दौरान 9 फरवरी को, विनीत कुमार नामक शिकायतकर्ता ने साउथ कैंपस थाने में स्नैचिंग की शिकायत दी थी. शिकायत में बताया गया था कि, वह मोती बाग गुरुद्वारा बस स्टैंड पर खड़े थे, तभी बाइक सवार दो बदमाश उनका फोन लूटकर फरार हो गए. इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर के जांच शुरू की.
आरोपियों को पकड़ने के लिए डीसीपी मनोज सी के नेतृत्व में टीम बनाई गई. टीम ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान कर आरोपी अक्षय और भारत को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे दिल्ली-एनसीआर में मोबाइल स्नैचिंग करते हैं, जिसके बाद वह स्नैच किए गए फोन को करोल बाग में अर्जुन नाम के एक शख्स को बेचते हैं. उनकी निशानदेही पर पुलिस ने अर्जुन को भी दबोच लिया. पुलिस को उसके पास से छह मोबाइल फोन बरामद हुए. पूछताछ के दौरान अर्जुन ने बताया कि वह गफ्फार मार्केट में चोरी के मोबाइल फोन खरीदने और बेचने का काम करता है. एंड्रॉइड मोबाइल को वह गफ्फार मार्केट के काउंटरों पर बेच देता था, जबकि आईफोन को गफ्फार मार्केट में रजत राणा की दुकान पर बेचता था.
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इसके बाद पुलिस ने रजत की दुकान पर छापेमारी कर के उसे गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद उसने बताया कि उसका गफ्फार मार्केट में गोदाम है. साथ ही उसके गोदाम से आईफोन और उसके पार्ट्स बरामद किए गए. आशीष उर्फ गबरू स्नैचरों और रिसीवर के बीच मिडिएटर का काम करता था. वह स्नैचिंग करने के लिए बाइक और स्कूटी देता था.
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