नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में लगातार कोरोना वायरस का ग्राफ अब नीचे गिरता ही जा रहा है. वहीं देश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एम्स के डायरेक्टर ने कह दिया है कि कोरोना काल का पीक अब खत्म हो चुका है. इसके बाद भी लगातार दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से कई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं. जिस कारण कोरोना वायरस का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है.
'कई जगह बनाए गए कोविड केयर सेंटर'
मीडिया से बातचीत करते हुए साउथ दिल्ली के एडीएम अरुण कुमार गुप्ता ने कहा कि अलग-अलग जगहों पर कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं. 13 पंत भवन छतरपुर, जे ब्लॉक साकेत और दिल्ली का सबसे बड़ा कॉविड केयर सेंटर एंड हॉस्पिटल छतरपुर में बनाया गया है. जिसका नाम सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर एंड हॉस्पिटल है, जो कि 10 हजार बेड का है.
सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर एंड हॉस्पिटल में इस समय 100 से 200 मरीज हैं. यहां जो भी मरीज आते हैं, ठीक हो कर घर जाते हैं. वहीं 200 डॉक्टरों की टीम तैनात हैं. साथ ही 700 पैरामेडिकल स्टाफ भी लगा हुआ है. वहीं 13 पंत भवन छतरपुर में डेढ़ सौ मरीजों को आइसोलेट किया गया है.
'योग करने से म्युनिटी मजबूत'
एडीएम अरुण गुप्ता ने योगा पर बोलते हुए कहा कि योग करने से शरीर की इम्युनिटी सिस्टम मजबूत होती है और हमको अंदर से फिट बनाता है. कोरोना वायरस का अटैक सीधा रेस्पिरेटरी सिस्टम पर होता है और योग करने से ही रेस्पिरेटरी सिस्टम पहले से मजबूत होती है.
'नीचे जा रहा है कोरोना का ग्राफ'
एडीएम अरुण गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में कोरोना का ग्राफ लगातार नीचे जा रहा है और पॉजिटिव केस भी कम ही आ रहे हैं. जहां पर कोरोना पॉजिटिव केस आ रहे हैं, उस इलाके को सील कर दिया जा रहा है. मरीज के आसपास जितने भी लोग रहते हैं, सब की जांच की जा रही है.
'लोगों को इकट्ठा नहीं होने दिया'
उन्होंने कहा कि पूरे दिल्ली में टेस्टिंग को बढ़ा दिया गया है. प्रवासी मजदूरों पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि हम लोगों ने अलग-अलग सेंटर बना कर लोगों को घर भेजा. कहीं पर लोगों को इकट्ठा नहीं होने दिया, इसके लिए हमने 125 लोकेशन खाना बांटने के लिए बनाया था. क्योंकि जब ज्यादा लोकेशन पर खाना बंटेगा तो लोग इकट्ठा नहीं होंगे.
'इस समय हर कोई सतर्क'
इस समय हर एक दुकानदार सतर्क हैं. लोग पहले डरे हुए थे, लेकिन अब लोग सतर्क हैं. शासन प्रशासन की तरफ से लगातार सोच समझ कर डिसीजन लिया जा रहा है. उस डिसीजन पर काम भी हो रहा है और यही वजह है कि दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं.