नई दिल्ली: निजी स्कूलों में बढ़ी हुई फीस को लेकर अभिभावकों का प्रदर्शन लगातार जारी है. बढ़ी हुई फीस को लेकर दक्षिणी दिल्ली में स्थित एपीजे स्कूल के अभिभावक भी प्रदर्शन कर रहे हैं.
यहां तक की एपीजे के कुछ अभिभावकों ने फीस के चलते अपने बच्चे का नाम भी स्कूल से कटवाना शुरू कर दिया है. स्कूल प्रशासन ने अभिभावकों को ट्रांसफर सर्टिफिकेट (टीसी ) देने से साफ इंकार कर दिया है.
'एरियर के लिए स्कूल बना रहा दबाव'
प्रदर्शन कर रहे अभिभावकों का कहना है कि स्कूल प्रशासन टीसी देने से पहले अभिभावकों पर बढ़ी हुई फीस और एरियर जमा करने के लिए दबाव बना रहा है.
एक अभिभावक ने बताया कि फीस बढ़ोतरी और शिक्षा के गिरते स्तर की वजह से पिछले साल बच्ची का नर्सरी में नाम आने के बाद भी एडमिशन करने के बाद भी नाम वापस ले लिया.
उन्होंने बताया कि स्कूल प्रशासन ओरिएंटेशन के नाम पर 70 हजार रुपये मांग रहा था.
'2 महीने बाद भी नहीं दिया TC'
ईटीवी भारत से बातचीत में एक अभिभावक ने बताया कि बताया कि स्कूल से बच्चे को निकालने के लिए एक मार्च को ही एप्लीकेशन दे दिया था, लेकिन दो महीने होने के बाद भी स्कूल प्रशासन ने अभी तक टीसी नहीं दिया है.
उन्होंने बताया कि स्कूल प्रशासन का कहना है कि साल 2016 से एरियर जमा करने की बात स्कूल की ओर से की जा रही है. अभिभावकों का कहना है कि जब हाई कोर्ट ने बढ़ी हुई फीस पर 30 अप्रैल तक रोक लगाई हुई है तो बढ़ी हुई फीस और एरियर कैसे जमा कर दें.
'हाईकोर्ट के आदेश के बाद जमा करेंगे एरियर'
वहीं, एक और अभिभावक ने बताया कि उनका बच्चा चौथी क्लास में पढ़ता है. उन्होंने बताया कि बच्चे का जिस स्कूल में एडमिशन करवाया है वहां स्कूल प्रशासन बच्चे की टीसी मांग रहा है, जबकि एपीजे स्कूल की ओर से टीसी के बदले एरियर की मांग की जा रही है.
प्रदर्शन कर रहे अभिभावकों का कहना है कि हम एरियर देने के लिए भी तैयार हैं, लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद ही ऐसा होगा.
अभिभावकों को विधायक का साथ
वहीं, प्रदर्शन कर रहे अभिभावकों को ग्रेटर कैलाश के विधायक सौरभ भारद्वाज का भी साथ मिला है. उन्होंने कहा कि अगर कोई अभिभावक स्कूल से बच्चे की टीसी मांगता है तो कोई भी स्कूल प्रशासन टीसी देने के लिए मना नहीं कर सकता है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कोई अभिभावक पूरे साल फीस भी नहीं जमा करा पता है तो भी स्कूल टीसी देने से मना नहीं कर सकता है.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह स्कूल अब बदमाशी पर उतर आए हैं और जल्द ही इस स्कूल को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा. जिसका स्कूल को जवाब देना पड़ेगा और फिर स्कूल पर कार्रवाई भी की जाएगी.