नई दिल्ली: शाहदरा इलाके में सरेराह हुई लूट के मामले में पुलिस ने छेनू पहलवान गिरोह के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है. बदमाशों की पहचान कैलाश नगर निवासी अर्जुन कश्यप और जाफराबाद निवासी नफीस मलिक के रूप में हुई है. पुलिस ने बदमाशों से लूट की रकम भी बरामद कर ली है.
शाहदरा जिला के पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने बताया कि 9 मई की रात 8 बजे पीसीआर कॉल मिली थी. जिसमें गांधीनगर इलाके में लूट की घटना का पता चला था. मौके पर पहुंची पुलिस को पीड़ित ललित कुमार ने बताया कि वह गांधीनगर में कपड़े का बिजनेस करते हैं. वारदात वाली रात दुकान बंद कर अपने घर जा रहे थे.
दुकान से बाहर निकलकर वह मेट्रो स्टेशन जाने के लिए ई-रिक्शा का इंतजार कर रहे थे. तभी एक स्कूटी से आए दो बदमाशों ने उनको टक्कर मार दी. दोनों ने हेलमेट पहन रखे थे. टक्कर लगने से ललित सड़क पर गिर गए. इसी बीच उनमें से एक बदमाश ने उनकी कनपटी पर रिवाल्वर लगा दिया और उनका बैग लूट लिया. इसके बाद बदमाश भाग गए. भागते समय बदमाशों की स्कूटी मौके पर ही छूट गई.
पीड़ित की शिकायत पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि स्कूटी का नंबर फर्जी था. पुलिस ने घटनास्थल से लेकर सड़क के दोनों तरफ जाने वाले रास्तों पर लगे 200 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला. फुटेज में पता चला कि वारदात के बाद दोनों बदमाश अलग-अलग दिशा में भागे थे. एक बदमाश पैदल ही भागा था. उसने अपनी पहचान छुपाने के लिए शर्ट उतारकर फेंक दिया और टीशर्ट में ही भाग रहा था.
वहीं, दूसरा बदमाश ई रिक्शा पर बैठकर रेलवे स्टेशन की ओर भाग गया. मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने कैलाश नगर से अर्जुन कश्यप को गिरफ्तार किया. पूछताछ में उसने अपना जुर्म कुबूल किया और उसकी निशानदेही पर पुलिस ने नफीस को भी गिरफ्तार कर लिया. पता चला कि दोनों बदमाश छेनू पहलवान गैंग के सदस्य हैं. जांच में पुलिस को यह भी पता चला कि यह दोनों बदमाश लोगों को लूटने के लिए खिलौने वाली पिस्तौल से डराते थे. यह दोनों पहले जेल में रह चुके हैं. इसलिए इन्हें यह पता है कि हथियार का कैसे इस्तेमाल करना है. पुलिस पूछताछ करके या पता कर रही है. इससे पहले लोगों ने और कितनी वारदातें की हैं और कितने लोगों को लूटा है.