नई दिल्ली: मौजपुर की गली नंबर 3 को कई वर्षों बाद बनाया जा रहा है लेकिन कर्मचारी बीच में ही काम छोड़कर चले गए. गली का काम आधा छोड़ देने की वजह से स्थानीय लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
गली में बड़े बुजुर्गों का चलना मुश्किल हो गया है. बच्चे घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. कई बार शिकायत के बाद भी गली में काम नहीं हो रहा.
गली के लोग परेशान
मौजपुर के गली नंबर 3 को नेताजी गली के नाम से जाना जाता है. पिछले 15 सालों से इस गली का निर्माण कार्य रूका हुआ है. चुनाव नजदीक आने पर इस गली का उद्घाटन किया गया. गली को तोड़कर बनाया जा रहा है. अभी गली में बहुत अधिक मात्रा में मलबा पड़ा हुआ है जिससे लोगों का चलना फिरना मुश्किल हो गया है.
इस गली को तोड़कर बनाया जा रहा है. गली को तोड़ने का कारण यह है कि इससे गली ऊंची नहीं होगी और लोगों के मकान नहीं दबेंगे. लेकिन गली को तोड़ने के बाद जो गली का मलवा था उसको जस का तस ही छोड़ा गया. उस मलबे को नहीं उठाया गया. एक जगह तो मलबे का ढेर इतना है कि घर में रहने वाले लोग मलबे के ऊपर चढ़कर बाहर निकल रहे हैं. यह मलवा पक्के सीमेंट और रोडियो का है जिससे काफी समस्या हो रही है.
लोगों को लग रही है चोट
गली में पड़े मलबे से लोग चोटिल हो रहे हैं. संभल कर चलने के बावजूद भी लोगों को काफी असुविधा हो रही है. गिरकर गली के बुजुर्ग चोटिल हो गए हैं. जो लोग अति बुजुर्ग हैं और छड़ी लेकर चलते हैं उनका तो घर से निकलना ही बंद हो गया है.
गली में बच्चे नहीं निकल पा रहे हैं क्योंकि गली में सीमेंटेड मलबा पड़ा हुआ है. गली को तोड़े हुए काफी दिन हो गए. लेकिन उसको उठाने के लिए सरकारी कर्मचारी नहीं आ रहे हैं. खेलते हुए बच्चे गिर जाते हैं जिससे बच्चों को चोट लग जा रही है.
विधायक ने दिया आश्वासन
मौजपुर के विधायक हाजी इशराक अली ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि जल्द ही इस गली को बना दिया जाएगा. उनके अनुसार कुछ ही दिन पहले इस गली का उद्घाटन किया गया था, लेकिन बीच में एनजीटी के आदेशों का पालन करते हुए कार्य को रोक दिया गया था. फिर भी जल्द ही इस गली को बना दिया जाएगा .