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दिल्ली: प्राइवेट स्कूल के 14वें यूथ फेस्टिवल का आयोजन, कलाकारों ने बांधा समां

यह कार्यक्रम पंडित ज्वाला प्रसाद जी की याद में आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम को शहनाई वादक पंडित राजेंद्र प्रसन्ना और वायलिन वादक डॉ संतोष नाहर ने अपनी जुगलबंदी से सजाया. वहीं मशहूर प्लेबैक सिंगर और ली रिदम स्कूल ऑफ म्यूजिक की संस्थापक रिनी मुखर्जी ने अपने ठुमरी गायन से पंडित ज्वाला प्रसाद को श्रद्धांजलि दी.

Lee Rhythm organized the 14th Youth Festival in delhi
14वां यूथ फेस्टिवल
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Published : Jan 18, 2020, 10:34 PM IST

नई दिल्ली: ली रिदम स्कूल के द्वारा मंडी हाउस स्थित कमानी ऑडिटोरियम में स्वामी विवेकानंद की 157वीं जयंती के मौके पर यूथ फेस्टिवल का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार मौजूद रहे. इस कार्यक्रम में शास्त्रीय संगीत के कई दिग्गज हस्तियों ने अपनी प्रस्तुति दी.

प्राइवेट स्कूल के 14वें यूथ फेस्टिवल का आयोजन

14वें यूथ फेस्टिवल
बता दें कि दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में 14वें यूथ फेस्टिवल का आयोजन किया गया. जिसकी थीम रही 'कलर्स ऑफ इंडिया'. वहीं इस कार्यक्रम को लेकर ली रीदम स्कूल ऑफ म्यूजिक की संस्थापक रिनी मुखर्जी ने बताया कि इस कार्यक्रम में शास्त्रीय नृत्य और संगीत की कई दिग्गज हस्तियों ने शिरकत की. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की शुरुआत ली रिदम स्कूल ऑफ म्यूजिक के छात्रों द्वारा दिये गए, शानदार प्रदर्शन के साथ हुई.

साथ ही कहा कि यह कार्यक्रम पंडित ज्वाला प्रसाद जी की याद में आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम को शहनाई वादक पंडित राजेंद्र प्रसन्ना और वायलिन वादक डॉ संतोष नाहर ने अपनी जुगलबंदी से सजाया. वहीं मशहूर प्लेबैक सिंगर और ली रिदम स्कूल ऑफ म्यूजिक की संस्थापक रिनी मुखर्जी ने अपने ठुमरी गायन से पंडित ज्वाला प्रसाद को श्रद्धांजलि दी.

गणेश नाट्यालय ने किया नृत्य प्रस्तुत
वहीं जाने माने नर्तक संतोष नायर ने 'मिस्टिकल फारेस्ट' नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जिसमें वनों में रहने वाले लोगों की जीवनशैली प्रदर्शित की गई थी. वहीं पद्मभूषण डॉ सरोज वैद्यनाथ के निर्देशन में गणेश नाट्यालय की ओर से भरतनाट्यम नृत्य प्रस्तुत किया गया था.

इसके अलावा बंगाल के गौरव की झलक दिखाता है, कार्यक्रम 'कलर्स ऑफ बंगाल' भी प्रस्तुत किया गया. जिसके माध्यम से रवींद्रनाथ टैगोर और बंकिम चंद्र चटर्जी सहित कई मूर्धन्य हस्तियों को श्रद्धांजलि दी गई. दर्शकों ने इस कार्यक्रम का जमकर लुत्फ उठाया और सभी कलाकारों के प्रदर्शन को खूब सराहा.

'आज के समाज में जो अपराध बढ़ रहा है'
वहीं इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने कलाकारों की हौसलाफजाई की. उन्होंने कहा कि भारत का शास्त्रीय संगीत लोगों को वासना मुक्त कर उन्हें पवित्र बनाता है. जबकि पश्चिमी संगीत लोगों को वासना युक्त करता है. उन्होंने कहा कि आज के समाज में जो अपराध बढ़ रहा है और लोग हिंसक हो रहे हैं. इसमें संगीत का बड़ा योगदान है. उन्होंने कहा कि शास्त्रीय संगीत मानव को मानवता से ओतप्रोत करता है. जबकि भड़काऊ संगीत लोगों को वासना युक्त कर उन्हें हिंसक बनाता है.

नई दिल्ली: ली रिदम स्कूल के द्वारा मंडी हाउस स्थित कमानी ऑडिटोरियम में स्वामी विवेकानंद की 157वीं जयंती के मौके पर यूथ फेस्टिवल का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार मौजूद रहे. इस कार्यक्रम में शास्त्रीय संगीत के कई दिग्गज हस्तियों ने अपनी प्रस्तुति दी.

प्राइवेट स्कूल के 14वें यूथ फेस्टिवल का आयोजन

14वें यूथ फेस्टिवल
बता दें कि दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में 14वें यूथ फेस्टिवल का आयोजन किया गया. जिसकी थीम रही 'कलर्स ऑफ इंडिया'. वहीं इस कार्यक्रम को लेकर ली रीदम स्कूल ऑफ म्यूजिक की संस्थापक रिनी मुखर्जी ने बताया कि इस कार्यक्रम में शास्त्रीय नृत्य और संगीत की कई दिग्गज हस्तियों ने शिरकत की. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की शुरुआत ली रिदम स्कूल ऑफ म्यूजिक के छात्रों द्वारा दिये गए, शानदार प्रदर्शन के साथ हुई.

साथ ही कहा कि यह कार्यक्रम पंडित ज्वाला प्रसाद जी की याद में आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम को शहनाई वादक पंडित राजेंद्र प्रसन्ना और वायलिन वादक डॉ संतोष नाहर ने अपनी जुगलबंदी से सजाया. वहीं मशहूर प्लेबैक सिंगर और ली रिदम स्कूल ऑफ म्यूजिक की संस्थापक रिनी मुखर्जी ने अपने ठुमरी गायन से पंडित ज्वाला प्रसाद को श्रद्धांजलि दी.

गणेश नाट्यालय ने किया नृत्य प्रस्तुत
वहीं जाने माने नर्तक संतोष नायर ने 'मिस्टिकल फारेस्ट' नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जिसमें वनों में रहने वाले लोगों की जीवनशैली प्रदर्शित की गई थी. वहीं पद्मभूषण डॉ सरोज वैद्यनाथ के निर्देशन में गणेश नाट्यालय की ओर से भरतनाट्यम नृत्य प्रस्तुत किया गया था.

इसके अलावा बंगाल के गौरव की झलक दिखाता है, कार्यक्रम 'कलर्स ऑफ बंगाल' भी प्रस्तुत किया गया. जिसके माध्यम से रवींद्रनाथ टैगोर और बंकिम चंद्र चटर्जी सहित कई मूर्धन्य हस्तियों को श्रद्धांजलि दी गई. दर्शकों ने इस कार्यक्रम का जमकर लुत्फ उठाया और सभी कलाकारों के प्रदर्शन को खूब सराहा.

'आज के समाज में जो अपराध बढ़ रहा है'
वहीं इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने कलाकारों की हौसलाफजाई की. उन्होंने कहा कि भारत का शास्त्रीय संगीत लोगों को वासना मुक्त कर उन्हें पवित्र बनाता है. जबकि पश्चिमी संगीत लोगों को वासना युक्त करता है. उन्होंने कहा कि आज के समाज में जो अपराध बढ़ रहा है और लोग हिंसक हो रहे हैं. इसमें संगीत का बड़ा योगदान है. उन्होंने कहा कि शास्त्रीय संगीत मानव को मानवता से ओतप्रोत करता है. जबकि भड़काऊ संगीत लोगों को वासना युक्त कर उन्हें हिंसक बनाता है.

Intro: नई दिल्ली । ली रिदम स्कूल के द्वारा मंडी हाउस स्थित कमानी ऑडिटोरियम में स्वामी विवेकानंद की 157वीं जयंती के मौके पर यूथ फेस्टिवल का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार मौजूद रहे. इस कार्यक्रम में शास्त्रीय संगीत के कई दिग्गज हस्तियों ने अपनी प्रस्तुति दी.


Body:पंडित ज्वाला प्रसाद को समर्पित रहा कार्यक्रम बता दें कि दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में 14वें यूथ फेस्टिवल का आयोजन किया गया जिसकी थीम रही 'कलर्स ऑफ इंडिया'. वहीं इस कार्यक्रम को लेकर ली रीदम स्कूल ऑफ म्यूजिक की संस्थापक रिनी मुखर्जी ने बताया कि इस कार्यक्रम में शास्त्रीय नृत्य और संगीत की कई दिग्गज हस्तियों ने शिरकत की. उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की शुरुआत ली रिदम स्कूल ऑफ म्यूजिक के छात्रों द्वारा दिये गए शानदार प्रदर्शन के साथ हुई. साथ ही कहा कि यह कार्यक्रम पंडित ज्वाला प्रसाद जी की याद में आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम को शहनाई वादक पंडित राजेंद्र प्रसन्ना और वायलिन वादक डॉ संतोष नाहर ने अपनी जुगलबंदी से सजाया. तो वहीं मशहूर प्लेबैक सिंगर और ली रिदम स्कूल ऑफ म्यूजिक की संस्थापक रिनी मुखर्जी ने अपने ठुमरी गायन से पंडित ज्वाला प्रसाद को श्रद्धांजलि दी. कलाकारों ने बांधा समां वहीं जाने माने नर्तक संतोष नायर ने 'मिस्टिकल फारेस्ट' नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जिसमें वनों में रहने वाले लोगों की जीवनशैली प्रदर्शित की गई थी. वहीं पद्मभूषण डॉ सरोज वैद्यनाथ के निर्देशन में गणेश नाट्यालय की ओर से भरतनाट्यम नृत्य प्रस्तुत किया गया था. इसके अलावा बंगाल के गौरव की झलक दिखाता है कार्यक्रम 'कलर्स ऑफ बंगाल' भी प्रस्तुत किया गया जिसके माध्यम से रवींद्रनाथ टैगोर और बंकिम चंद्र चटर्जी सहित कई मूर्धन्य हस्तियों को श्रद्धांजलि दी गई.दर्शकों ने इस कार्यक्रम का जमकर लुत्फ उठाया और सभी कलाकारों के प्रदर्शन को खूब सराहा.


Conclusion:शास्त्रीय संगीत लोगों को वासना मुक्त करता है : इंद्रेश कुमार वहीं इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे आरएसएस के वरिष्ठ नेता इंद्रेश कुमार ने कलाकारों की हौसलाफजाई की. उन्होंने कहा कि भारत का शास्त्रीय संगीत लोगों को वासना मुक्त कर उन्हें पवित्र बनाता है. जबकि पश्चिमी संगीत लोगों को वासना युक्त करता है. उन्होंने कहा कि आज के समाज में जो अपराध बढ़ रहा है और लोग हिंसक हो रहे हैं इसमें संगीत का बड़ा योगदान है. उन्होंने कहा कि शास्त्रीय संगीत मानव को मानवता से ओतप्रोत करता है जबकि भड़काऊ संगीत लोगों को वासना युक्त कर उन्हें हिंसक बनाता है.
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