नई दिल्ली: लॉकडाउन की वजह से गिरती अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए सरकार ने श्रम कानूनों में जो बदलाव किए हैं, उसका घर में ही विरोध होने लगा है. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अनुषांगिक संगठन भारतीय मजदूर संघ की इकाई भारतीय परिवहन मजदूर संघ ने इसका कड़ा विरोध किया है.
वर्क टाईम 8 से बढ़ाकर 12 घंटे करने का विरोध
दिल्ली परिवहन मजदूर संघ के महामंत्री कैलाश चंद्र का कहना है कि कोरोना संकट के समय उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात की सरकारों ने श्रमिकों और कर्मचारियों की कार्य अवधि को 8 से बढ़ाकर 12 घंटे करने का निर्णय लिया है. उनका कहना है कि इससे मजदूरों और कर्मचारियों का उत्पीड़न बढ़ेगा और उनके शारीरिक, मानसिक और आर्थिक स्वस्थ पर गंभीर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.
राष्ट्रपति को लिखा पत्र
कैलाश चन्द्र के मुताबिक श्रम कानून में इस बदलाव का भारतीय परिवहन मजदूर संघ देशभर में विरोध कर कर रही है. इसके तहत दिल्ली में भी 15 बस डिपो पर 300 से भी ज्यादा मजदूरों और कर्मचारियों ने इसका विरोध किया. साथ ही इस कानून में किए गए बदलाव को निरस्त करने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी पत्र लिखा है.